मुंबई, 10 नवंबर कच्चे तेल के दाम बढ़ने और दुनिया की अन्य मुद्राओं के समक्ष डालर के मजबूत होने से स्थानीय विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में मंगलवार को रुपया तीन पैसे गिरकर 74.18 रुपये प्रति डालर पर बंद हुआ।
विशेषज्ञों का कहना है कि कच्चे तेल के दाम बढ़ने का घरेलू मुद्रा पर असर पड़ा है। लेकिन घरेलू शेयर बाजार में तेजी से रुपये को समर्थन मिला जिससे उसकी गिरावट सीमित रही।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में घरेलू मुद्रा में कारोबार की शुरुआत 74.04 रुपये प्रति डालर पर मजबूती के साथ हुई। हालांकि, कारोबार आगे बढ़ने के साथ ही रुपया इस मजबूती को बरकरार नहीं रख पाया और अंत में कारोबार की समाप्ति पर तीन पैसे गिरकर 74.18 रुपये प्रति डालर पर बंद हुआ।
दिन में कारोबार के दौरान घरेलू मुद्रा 74.02 की ऊंचाई छूने के बाद 74.30 रुपये प्रति डालर तक नीचे भी गया।
इससे पहले सोमवार को रुपया सात पैसे लुढ़कर 74.15 रुपये प्रति डालर पर बंद हुआ
एलकेपी सिक्युरिटीज (मुद्रा और जिंस) के वरिष्ट शोध विश्लेषक जतीन त्रिवेदी ने कहा, ‘‘रुपया 74.00-- 74.75 रुपये प्रति डालर के दायरे में बना रहा। वहीं कचचे तेल का दाम भी 42 डालर प्रति बैरल से ऊपर निकलने की ओर बढ़ रहा है। वहीं ब्रेंट कच्चा तेल और डब्ल्यूटीआई 40डालर प्रति बैरल के करीब पहुंच रहा है। इसे देखते हुये रुपये आने वाले समय में कुछ और कमजोर पड़ सकता है।’’
दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के समक्ष डालर की मजबूती को दर्शाने वाला डालर सूचकांक 0.17 प्रतिशत बढ़कर 92.87 अंक पर पहुंच गया।
इस बीच ब्रेंट कच्चे तेल का वायदा भाव 1.34 प्रतिशत बढ़कर 42.97 डालर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
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