आरबीआईः आपका घर, कार और शिक्षा लोन किस बैंक से चल रहा?, ईएमआई में राहत, देखिए किस-किस बैंक ने ब्याज दरें घटाईं
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: June 13, 2025 15:52 IST2025-06-13T15:46:08+5:302025-06-13T15:52:11+5:30
आवास, वाहन, व्यक्तिगत कर्ज लेने वाले नये और मौजूदा खुदरा ग्राहकों के अलावा एमएसएमई कर्जदारों को लाभ होगा।

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नई दिल्लीः मुद्रास्फीति के चार प्रतिशत के औसत लक्ष्य से नीचे बने रहने के कारण, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ब्याज दर में शुक्रवार को लगातार तीसरी बार 0.25 प्रतिशत की कटौती किया है। आरबीआई ने द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में प्रमुख नीतिगत दर रेपो को 0.5 प्रतिशत घटाकर 5.5 प्रतिशत कर दिया था। साथ ही नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) एक प्रतिशत कम कर तीन प्रतिशत करने की घोषणा की। आरबीआई ने फरवरी और अप्रैल में प्रमुख ब्याज दर (रेपो) में 0.25-0.25 प्रतिशत की कटौती की थी।
आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा की अध्यक्षता वाली छह सदस्यीय एमपीसी ने नीति में रुख को ‘तटस्थ’ से बदलकर ‘उदार’ करने का फैसला किया था। बैंक ऑफ बड़ोदा के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस ने कहा, “मानना है कि मुद्रास्फीति की अपेक्षाकृत स्थितियों और आरबीआई उपायों के माध्यम से तरलता की स्थिति को बहुत सहज बनाए जाने के कारण, एमपीसी रेपो दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती की।
केनरा बैंक ने कर्ज पर ब्याज दर 0.5 प्रतिशत घटाई
सार्वजनिक क्षेत्र के केनरा बैंक ने रेपो दर से जुड़े कर्ज पर ब्याज में 0.50 प्रतिशत की कटौती की है। इससे संशोधित रेपो आधारित ब्याज दर 8.75 प्रतिशत से 8.25 प्रतिशत पर आ गई है। नई दरें 12 जून, 2025 से लागू हो गई हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पिछले सप्ताह प्रमुख नीतिगत दर रेपो में 0.5 प्रतिशत की कटौती के बाद केनरा बैंक ने यह कदम उठाया है।
इस कटौती से केनरा बैंक आरबीआई के कदम के बाद अपने ग्राहकों को ब्याज दर में 0.50 प्रतिशत की पूरी कटौती का लाभ दे रहा है। केनरा बैंक ने शुक्रवार को बयान में कहा कि इस कटौती से सभी प्रकार के कर्ज के लिए न्यूनतम ब्याज दर में कमी आई है। इससे आवास ऋण पर ब्याज 7.90 प्रतिशत प्रति वर्ष से कम होकर 7.40 प्रतिशत पर आ गया है।
वहीं, वाहन ऋण 8.20 प्रतिशत प्रति वर्ष से घटकर 7.70 प्रतिशत प्रति वर्ष पर आ गया है। बयान के अनुसार, यह कदम ग्राहक-केंद्रित नीतियों पर केनरा बैंक के निरंतर ध्यान और ऋण तक आसान पहुंच को सक्षम करके आर्थिक प्रगति का समर्थन करने की प्रतिबद्धता को बताता है। नयी दर बुधवार से लागू होगी।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने खुदरा कर्ज पर ब्याज दर में 0.5 प्रतिशत की कटौती की
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ महाराष्ट्र (बीओएम) ने रेपो आधारित कर्ज पर ब्याज दर में 0.50 प्रतिशत की कटौती की है। इस कटौती से रेपो दर से जुड़े घर, कार, शिक्षा और अन्य खुदरा कर्ज सस्ते होंगे। बैंक का यह कदम भारतीय रिजर्व बैंक के पिछले सप्ताह प्रमुख नीतिगत दर रेपो में की गई कटौती के अनुरूप है। नई दरें 10 जून से प्रभावी हो गयी हैं।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने बृहस्पतिवार को बयान में कहा कि दर में कटौती के साथ, अब उसका आवास ऋण 7.35 प्रतिशत और कार ऋण 7.7 प्रतिशत से शुरू होता है। यह बैंकिंग उद्योग में सबसे कम ब्याज दर में से एक है। बैंक ने कहा कि ब्याज दरों में कमी का यह लाभ उसके सभी ग्राहकों को बेहतर वित्तपोषण समाधान प्रदान करने और उनके सपनों को पूरा करने में मदद करने की बैंक की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
इस बीच, बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) ने भी एक महीने से एक वर्ष तक की विभिन्न अवधियों के लिए कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) में 0.05 प्रतिशत की कमी की है। आरबीआई के कदम के बाद, कई बैंकों ने कर्ज के पर देय ब्याज दर में कटौती की। बैंकों के इस कदम से रेपो आधारित ब्याज से जुड़े कर्ज सस्ते होंगे।
यूनियन बैंक, आईओबी ने ऋण पर ब्याज दर में आधा प्रतिशत की कटौती की
सार्वजनिक क्षेत्र के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन ओवरसीज बैंक ने कर्ज पर लगने वाले ब्याज दर में 0.5 प्रतिशत की कटौती की है। भारतीय रिजर्व बैंक के प्रमुख नीतिगत दर रेपो में कटौती के बाद बैंकों ने यह कदम उठाया है।
यूनियन बैंक ने बयान में कहा कि बाह्य मानक आधारित ब्याज दर (ईबीएलआर) और रेपो आधारित ब्याज दर (आरएलएलआर) में 0.5 प्रतिशत की कटौती की गयी है। इस कटौती के साथ यूनियन बैंक ने हाल में आरबीआई के रेपो दर में कटौती के अनुरूप ईबीएलआर और आरएलएलआर से जुड़े कर्ज के लिए ब्याज दर में कमी कर दी है।
इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) ने कहा कि बैंक की संपत्ति देनदारी प्रबंधन समिति (एएलसीओ) की मंगलवार को हुई बैठक में रेपो आधारित कर्ज पर देय ब्याज में 0.5 प्रतिशत की कटौती का निर्णय किया गया है। इस कटौती के बाद आरएलएलआर कम होकर 8.35 प्रतिशत हो गयी है जो पहले 8.85 प्रतिशत थी। नयी दर बुधवार से लागू होगी।
पीएनबी ने विद्यालक्ष्मी योजना के तहत शिक्षा ऋण पर ब्याज दर में 0.2 प्रतिशत की कटौती की
सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने विद्यालक्ष्मी योजना के तहत शिक्षा ऋण पर ब्याज दर में 0.2 प्रतिशत की मंगलवार को कटौती की। पीएनबी ने बयान में कहा कि यह पहल शिक्षा की सुलभता बढ़ाने के लिए बैंक की प्रतिबद्धता को और मजबूत करती है। विद्यालक्ष्मी योजना विद्यार्थियों को गुणवत्ता-संचालित उच्च शिक्षा के वास्ते व्यापक वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए तैयार की गई है।
इसमें कहा गया, यह पहल उन अभ्यर्थियों के लिए उपलब्ध है जो समूचे भारत में 860 चिन्हित गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा संस्थानों में पात्रता (मेरिट) के आधार पर प्रवेश प्राप्त करते हैं। पीएनबी ने कहा कि संशोधन के बाद शिक्षा ऋण संस्थानों के आधार पर 7.5 प्रतिशत से शुरू होगा।
पीएनबी ने आरबीआई नीति के अनुरूप ब्याज दर घटाई
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के शुक्रवार को रेपो दर में 0.50 प्रतिशत की बड़ी कटौती के कुछ घंटे बाद सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने ऋण दर में 0.50 प्रतिशत की कमी की घोषणा की। इससे बैंक के मौजूदा और नए उधारकर्ताओं को राहत मिलेगी। अन्य बैंकों को भी जल्द ही इसी तरह की घोषणा करने की उम्मीद है। पीएनबी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, “हमारे मूल्यवान ग्राहकों के लिए बहुत अच्छी खबर है। पंजाब नेशनल बैंक ने आपकी ईएमआई (आसान मासिक किस्त) को अधिक सस्ती बनाया।
रेपो दर में कटौती (6.00 प्रतिशत से - 5.50 प्रतिशत) के बाद, पंजाब नेशनल बैंक ने नौ जून, 2025 से प्रभावी, 0.50 प्रतिशत से आरएलएलआर (रेपो संबद्ध ब्याज दर) को कम कर दिया है।” प्रमुख रेपो संबद्ध बेंचमार्क ब्याज दर (आरबीएलआर) में कमी के साथ, बैंक का आवास कर्ज 7.45 प्रतिशत से शुरू होगा, जबकि वाहन ऋण 7.8 प्रतिशत प्रति वर्ष से शुरू होगा।
बैंक ऑफ बड़ौदा ने ब्याज दर 0.50 प्रतिशत तो एचडीएफसी ने 0.10 प्रतिशत घटाई
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) ने रविवार को कहा कि उसने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ब्याज दरों में कटौती के अनुरूप रेपो दर से जुड़ी अपनी प्रमुख उधारी दर में 0.50 प्रतिशत की कटौती की है। इस बीच, निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक ने अपनी कोष की सीमांत लागत आधारित उधार दर (एमसीएलआर) में विभिन्न अवधियों में 0.10 प्रतिशत की कटौती की है।
जिससे उन उधारकर्ताओं को लाभ होगा जिनके ऋण इस बेंचमार्क से जुड़े हैं। बीओबी ने एक बयान में कहा कि आरबीआई द्वारा नीतिगत रेपो दर में कटौती के अनुरूप, बैंक ने सात जून से अपनी रेपो से संबद्ध ऋण रेट (आरएलएलआर) में 0.50 प्रतिशत की कटौती की है। बैंक ने कहा कि अब उसकी आरएलएलआर 8.15 प्रतिशत है।
इसके साथ ही बीओबी ने आरएलएलआर में आरबीआई की कटौती को पूरी तरह लागू कर दिया है। एचडीएफसी बैंक की वेबसाइट के अनुसार, नई एमसीएलआर दरें सात जून से प्रभावी हैं। कटौती के साथ, एक दिन की और एक महीने की दरें 0.10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 8.90 प्रतिशत रह गई हैं।
तीन महीने की दर 0.10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 8.95 प्रतिशत हो गई है, जबकि छह महीने और एक साल की दर 0.10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 9.05 प्रतिशत रह गई है। दो साल और तीन साल की अवधि के लिए ऋण दर को पहले के 9.20 प्रतिशत से घटाकर 9.10 प्रतिशत कर दिया गया है।