रेल मंत्री बोले- वरिष्ठ नागरिकों समेत कई श्रेणियों के किराये में छूट वांछनीय नहीं, जानिए क्या है वजह
By भाषा | Published: July 20, 2022 04:47 PM2022-07-20T16:47:08+5:302022-07-20T16:47:50+5:30
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारतीय रेल पहले से ही वरिष्ठ नागरिकों समेत यात्रियों के लिए यात्रा लागत पर 50 प्रतिशत से अधिक का खर्च पहले से वहन कर रही है।
नई दिल्ली: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को कहा कि कोविड महामारी का रेलवे की आर्थिक स्थिति पर दीर्घकालिक प्रभाव पड़ा है और ऐसे में वरिष्ठ नागरिकों समेत कई श्रेणियों के किराये में छूट का दायरा बढ़ाना वांछनीय नहीं है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि इन चुनौतियों के बावजूद भारतीय रेल ने दिव्यांगजनों की चार श्रेणियों, रोगियों एवं छात्रों की 11 श्रेणियों में किराये में छूट देना जारी रखा है।
वैष्णव ने लोकसभा में एम आरिफ के एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, "भारतीय रेल पहले से ही वरिष्ठ नागरिकों समेत यात्रियों के लिए यात्रा लागत पर 50 प्रतिशत से अधिक का खर्च पहले से वहन कर रही है। इसके अलावा, कोविड-19 के कारण पिछले दो वर्षों की रेलवे की कमाई 2019-20 की तुलना में कम रही। इसका रेलवे की वित्तीय सेहत पर भी दीर्घकालिक प्रभाव पड़ा।"
वैष्णव ने कहा कि इसी कारण वरिष्ठ नागरिकों समेत कई श्रेणियों के किराये में छूट का दायरा बढ़ाना वांछनीय नहीं है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि इन चुनौतियों के बावजूद भारतीय रेल ने दिव्यांगजनों की चार श्रेणियों, रोगियों एवं छात्रों की 11 श्रेणियों में किराये में छूट देना जारी रखा है।