शुक्रवार सुबह 12 से 17 रुपये प्रति लीटर बढ़ सकते हैं पेट्रोल -डीजल के दाम!
By शीलेष शर्मा | Published: March 8, 2022 07:00 PM2022-03-08T19:00:11+5:302022-03-08T19:02:30+5:30
Petrol, Diesel Price: 5 राज्यों में मतदान की प्रक्रिया संपन्न हो चुकी है और 10 मार्च को परिणाम आने वाले हैं।
Petrol, Diesel Price: पांच राज्यों के चुनाव खत्म हो चुके हैं। लगभग 48 घंटे बाद चुनाव परिणाम भी सामने होंगे, लेकिन इसी बीच इंडियन ऑयल के सूत्रों से मिली खबर के अनुसार पेट्रोल -डीजल के दामों में बढ़ोतरी की सिफारिश पेट्रोलियम मंत्रालय से कर दी गयी है।
सूत्रों ने दावा किया कि तेल कंपनियों की ओर से इंडियन ऑयल ने जो सिफारिश की है उसके अनुसार 12 रुपये से 17 रुपये के बीच पेट्रोल के दाम प्रति लीटर बढ़ाने की अनुशंसा है, लेकिन सरकार को फैसला करना है कि वह दामों में कितनी वृद्धि की अनुमति तेल कंपनियों को देती है।
पेट्रोल -डीजल के दामों को नियंत्रित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों को आधार बनाया जाता है। सरकार ने अपने को इस प्रक्रिया से अलग किया हुआ है, लेकिन फैसला सरकार ही लेती रही है। इस समय यूक्रेन -रूस युद्ध के कारण कच्चा तेल 130 से 139 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल तक पहुंचा था, लेकिन आज यही कच्चा तेल 124. 20 डॉलर प्रति बैरल हो गया।
इस सूत्र ने बताया कि तेल कंपनी शुक्रवार से यह वृद्धि चाहती हैं। अब सरकार तय करेगी कि वह पूरा उत्पाद शुल्क वसूलती है अथवा उसमें कटौती करती है। कटौती करने पर ग्राहक पर आंशिक बोझ पड़ेगा। इस समय मुंबई में पेट्रोल 109. 98 प्रति लीटर और डीजल 94. 14 रुपये प्रति लीटर बेचा जा रहा है।
इंडियन ऑयल के पूर्व अध्यक्ष आर एस बुटोला बताते हैं कि तेल कंपनियां कच्चे तेल की मांग, आपूर्ति और अंतरराष्ट्रीय बाज़ार के आधार पर दामों का निर्धारण करती हैं। बफ़र स्टॉक को सुरक्षित रखने के लिये कच्चे तेल की खरीद एक सतत प्रक्रिया है नतीजा दामों पर फैसला लेते समय तीनों बिंदुओं का संज्ञान लिया जाता है।
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच देश में कच्चे तेल की कमी नहीं होने देने का भरोसा दिलाते हुए मंगलवार को कहा कि पेट्रोलियम कंपनियां ही ईंधन कीमतों पर कोई निर्णय करेंगी। इसके साथ ही पुरी ने कहा कि सरकार तेल कीमतों के बारे में कोई भी फैसला नागरिकों के हितों को ध्यान में रखकर करेगी।
पुरी ने कहा, “मैं आप सबको आश्वस्त करता हूं कि देश में कच्चे तेल की कोई कमी नहीं होगी। हम सुनिश्चित करेंगे कि हमारी ऊर्जा जरूरतें पूरी हो सकें। हालांकि, हमारी जरूरतों का 85 प्रतिशत तेल और 55 प्रतिशत गैस हम आयात करते हैं।’’ उन्होंने इस आरोप को भी नकार दिया कि ईंधन कीमतों में कमी सरकार ने पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए की थी और चुनाव खत्म होते ही फिर से इनके दाम बढ़ा दिए जाएंगे।