Paytm Crisis: पेटीएम के शेयरों को लगा 9 फीसदी का करेंट, अब पेटीएम बैंक पर ग्राहकों के हटने का खतरा मंडरा रहा
By आकाश चौरसिया | Published: February 13, 2024 11:24 AM2024-02-13T11:24:48+5:302024-02-13T11:31:43+5:30
वित्तीय सेवा कंपनी मैक्वेरी पहली कंपनी थी, जिसने साल 2019 में पेटीएम कंपनी में निवेशकों के लिए पहला लक्ष्य बताया था, क्योंकि उस समय कंपनी मार्केट में लिस्टेड हो रही थी। मैक्वेरी ने पेटीएम की लिस्टिंग से ठीक पहले स्टॉक पर 1,200 रुपये का लक्ष्य रखने का सुझाव दिया था।
Paytm Crisis: पेटीएम के लिए मंगलवार अच्छा नहीं है, क्योंकि पैरेंट कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस मार्केट में अच्छा परफॉर्म नहीं कर रही है। फिनटेक कंपनी पेटीएम के शेयरों में मंगलवार को 9 फीसदी की गिरावट हुई। इसी के तहत फाइनेंस कंपनी और शेयर मार्केट पर नजर रखने वाली कंपनी ने टारगेट प्राइस 675 रुपए से घटाकर 275 रुपए कर दिया है।
वित्तीय सेवा कंपनी मैक्वेरी पहली कंपनी थी, जिसने साल 2019 में पेटीएम कंपनी में निवेशकों के लिए पहला लक्ष्य बताया था, क्योंकि उस समय कंपनी मार्केट में लिस्टेड हो रही थी। मैक्वेरी ने पेटीएम की लिस्टिंग से ठीक पहले स्टॉक पर 1,200 रुपये का लक्ष्य रखने का सुझाव दिया था।
ब्रोक्रेज कंपनी का ये है मानना..
ब्रोक्रेज कंपनी की मानें तो पेटीएम को ग्राहकों के रुख बदलने से कंपनी को गंभीर परिणाम भुगतने हो सकते हैं (कुल मिलाकर 330 मिलियन ग्राहक, 110 मिलियन एमटीयू, मासिक लेनदेन करने वाले उपयोगकर्ता और 10.6 मिलियन का मर्चेंट सब्सक्रिप्शन नेटवर्क), जो इसके मुद्रीकरण के साथ-साथ इसके बिजनेस मॉडल को भी काफी खतरे में डाल सकते हैं।
मैक्वेरी भी अन्य बैंकों में ग्राहकों के जाने को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त नहीं हैं। भुगतान बैंक के ग्राहकों को दूसरे बैंक खातों में स्थानांतरित करने या संबंधित व्यापारी खातों को अन्य बैंक खातों में स्थानांतरित करने के लिए भागीदारों के साथ हमारे चैनल जांच के आधार पर केवाईसी (अपने ग्राहक को जानें) की फिर से आवश्यकता होगी। यह दर्शाता है कि आरबीआई की 29 फरवरी की समय सीमा के भीतर स्थानांतरण एक यह काम कठिन होगा।
ब्रोक्रेज ने आशंका जताई है कि आरबीआई की ओर से जारी निर्देश के बाद पेटीएम के राजस्व में भी कमी आई। पेटीएम के सबसे बड़े कर्ज देने वाले पार्टनर एबी कैपिटल ने भी पेटीएम में 'अभी खरीदें, बाद में भुगतान करें' के तहत 20 बिलियन रुपए के उच्चतम स्तर से घटाकर 6 बिलियन रुपए कर दिया है।