विदेशों में तेजी के रुख और स्थानीय मांग निकलने से तेल- तिलहन बाजार में मजबूती

By भाषा | Updated: March 10, 2021 19:28 IST2021-03-10T19:28:07+5:302021-03-10T19:28:07+5:30

Oil and oilseeds market strengthened due to fast trend abroad and release of local demand | विदेशों में तेजी के रुख और स्थानीय मांग निकलने से तेल- तिलहन बाजार में मजबूती

विदेशों में तेजी के रुख और स्थानीय मांग निकलने से तेल- तिलहन बाजार में मजबूती

नयी दिल्ली, 10 मार्च विदेशी बाजारों में तेजी के रुख तथा स्थानीय बाजार में शादी विवाह, त्यौहारों की मांग बढ़ने और स्टॉक की कमी से दिल्ली तेल तिलहन बाजार में बुधवार को लगभग सभी खाद्य तेलों के भाव लाभ दर्शाते बंद हुए।

बाजार के जानकार सूत्रों ने कहा कि मलेशिया एक्सचेंज में 1.5 प्रतिशत और शिकागो एक्सचेंज में दो प्रतिशत की तेजी रही जिसका स्थानीय कारोबार, कीमतों पर भी असर हुआ।

उन्होंने कहा कि प्रमुख उत्पादक देश, अर्जेन्टीना में शुष्क मौसम और ब्राजील में अधिक बारिश के कारण सोयाबीन का उत्पादन प्रभावित होने से पूरे विश्व में हल्के तेलों की आपूर्ति कम हुई है। देश के प्रमुख उत्पादक राज्य मध्य प्रदेश में बेमौसम बरसात की वजह से सोयाबीन की फसल काफी दागी निकल रहे हैं और बिजाई के लिए अच्छे दाने की आगे किल्लत हो सकती है।

उन्होंने कहा कि इस बीच सूरजमुखी तेल का दाम बढ़कर 1,725 डॉलर प्रति टन हो गया है और दिल्ली में आयातित सूरजमुखी रिफाइंड तेल का दाम जीएसटी व अन्य शुल्कों समेत लगभग 200 रुपये किलो की रिकॉर्ड ऊंचाई को छू गया है। बिहार में सूरजमुखी की बिजाई चालू हुई है और अगले महीने पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में बिजाई शुरु होगी, इसलिए इसे समर्थन दिये जाने की ओर विशेष ध्यान देना होगा। दिल्ली में सोयाबीन की बड़ियां बनानेवाली कंपनियों को सोयाबीन के बेहतर दाने की खरीद लगभग 6,300 रुपये क्विन्टल के भाव करनी पड़ रही है।

सूत्रों ने कहा कि किसानों को सोयाबीन, सरसों के अच्छे दाम मिले हैं और सरकार को यदि तिलहन उत्पादन के मामले में देश को आत्मनिर्भर बनाना है तो उसे इस ओर अपना समर्थन जारी रखना होगा और कारोबार पर निगाह रखनी होगी। पिछले सत्र में तिलहन फसलों के अच्छे दाम मिलने से किसान गेहूं, धान के स्थान पर तिलहनों की खेती अपनाने को प्रोत्साहित हुए हैं।

त्यौहारों और शादी विवाह की मांग बढ़ने से सरसों, मूंगफली, बिनौला, तिल, सीपीओ एवं पामोलीन, सोयाबीन सहित मक्का खल में भी तेजी रही।

बाजार में थोक भाव इस प्रकार रहे- (भाव- रुपये प्रति क्विंटल)

सरसों तिलहन - 5,900 - 5,950 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये।

मूंगफली दाना - 6,170- 6,235 रुपये।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात)- 15,000 रुपये।

मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 2,415- 2,475 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 12,900 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 2,050 -2,140 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 2,180 - 2,295 रुपये प्रति टिन।

तिल तेल मिल डिलिवरी - 14,000 - 17,000 रुपये।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 13,600 रुपये।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 13,250 रुपये।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 12,350 रुपये।

सीपीओ एक्स-कांडला- 11,210 रुपये।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 12,300 रुपये।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 13,200 रुपये।

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Web Title: Oil and oilseeds market strengthened due to fast trend abroad and release of local demand

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