Noida: ट्रेडिंग ग्रुप से सावधान! शेयर बाजार में निवेश के नाम पर 100000000 रु ऐठे, फिर अकाउंट क्लोज
By आकाश चौरसिया | Published: June 1, 2024 04:19 PM2024-06-01T16:19:19+5:302024-06-01T16:48:50+5:30
पीड़ित ने फ्रॉड ट्रेडिंग के चक्कर में आकर 9 करोड़ रुपए गंवा दिए। पुलिस के अनुसार, सेक्टर 40 के निवासी रजत बोथरा को 1 मई को स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग के एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़े जाने के बाद एक महीने की अवधि में उनके साथ धोखाधड़ी हुई।
नई दिल्ली: नोएडा के बिजनेसमैन ने साइबर ठग के चंगुल में फंसकर मिल रही व्हाट्सअप से सलाह के अनुरूप शेयर बाजार में 10 करोड़ रुपए निवेश कर दिए। इसके बाद अपराधियों ने उनका अकाउंट क्लोज कर दिया और वे सभी नौ दो ग्यारह हो गए। हालांकि, इस केस में पुलिस को सफलता मिल गई और करीब 1 करोड़ रु से ज्यादा वसूल लिए हैं। इस बात की जानकारी पुलिस ने दी है।
पुलिस की मानें तो पीड़ित ने फ्रॉड ट्रेडिंग के चक्कर में आकर 9 करोड़ रुपए गंवा दिए। पुलिस के अनुसार, सेक्टर 40 के निवासी रजत बोथरा को 1 मई को स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग के एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़े जाने के बाद एक महीने की अवधि में उनके साथ धोखाधड़ी हुई। उन्होंने नोएडा सेक्टर 36 के साइबर पुलिस स्टेशन में शुक्रवार को एफआईआर दर्ज करवाई, जिसमें उन्होंने बताया कि उनके 1.62 करोड़ के लेनदेन के कारण अकाउंट में फंस गए। हालांकि, पुलिस ने माना है कि अभी इस पर जांच जारी है।
सहायक कमिश्नर पुलिस (साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन) विवेक रंजन राय ने बताया कि बोथरा ने पुलिस को बताया कि वो एक मई को व्हाट्सअप ग्रुप में जुड़े। फिर, ग्रुप में सूचना आई कि इस मार्केट ट्रेडिंग वाले शेयर से मुनाफा होगा और उसके बाद उन्होंने छोटी मात्रा में निवेश किए। 27 मई तक उन्होंने करीब 9.09 करोड़ रुपए शेयर ट्रेडिंग में निवेश किए और वो सब डूबते चले गए। इसके बाद उनका वो ट्रेडिंग अकाउंट भी अचानक से क्लोज हो गया।
नोएडा बिजनेसमैन ने करीब 9 करोड़ रु से ज्यादा की राशि गंवा दी और यह सब उन्हें व्हाट्सअप से मिल रही सलाह के कारण हुआ। पुलिस कमिश्नर राय ने आगे कहा, "जब हमें शिकायत मिली, तो हमने तुरंत जांच शुरू की और अब तक हम उसके बैंक खाते में जमा 1.62 करोड़ रुपये जब्त करने में कामयाब रहे हैं।"
एसीपी बोले कि जांच के दौरान यह पाया गया कि जिन बैंक खातों में ठगी का पैसा ट्रांसफर किया गया था, वे चेन्नई, असम, भुवनेश्वर, हरियाणा और राजस्थान सहित विभिन्न स्थानों पर स्थित हैं। उन्होंने कहा कि मामले की जांच और इसमें शामिल साइबर ठगों को गिरफ्तार करने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है।