अडाणी समूह में किए गए एसबीआई और एलआईसी के निवेश पर निर्मला सीतारमण ने दिया जवाब, कही ये बात
By शिवेंद्र राय | Published: February 3, 2023 03:59 PM2023-02-03T15:59:26+5:302023-02-03T16:01:09+5:30
वित्तमंत्री ने हाल ही में पेश किए गए बजट को लेकर भी बात की। निर्मला सीतारमण ने कहा, "तमाम वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद हम आर्थिक सुधारों को अपने हाथ से जाने नहीं देना चाहते थे। पीएम मोदी से लगातार चर्चा होती रही। बजट से पहले सबकी राय ली गई और सभी क्षेत्रों के लोगों से बात की गई।"
नई दिल्ली: हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद से ही दिग्गज उद्योगपति गौतम अडाणी चर्चा में हैं। 25 जनवरी को हिंडनबर्ग ने अडाणी ग्रुप के संबंध में एक रिपोर्ट जारी करते हुए अडाणी समूह के कारोबार में कई तरह के फर्जीवाड़े का दावा किया था। इस रिपोर्ट के सार्वजनिक होते ही अडाणी ग्रुप के शेयरों में जबरदस्त गिरावट देखी गई और देखते ही देखते दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति से गौतम अडाणी लुढ़कर सीधे 18वें नंबर पर पहुंच गए।
भारत के सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और एलआईसी ने भी अडाणी समूह में निवेश किया हुआ है। अडाणी समूह की कंपनियों की मौजूदा हालत को देखते हुए ये सवाल उठ रहा है कि जनता के जिन पैसों का एसबीआई और एलआईसी ने अडाणी समूह में निवेश किया है, क्या वह सुरक्षित है?
लगातार उठ रहे इन सवालों का अब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जवाब दिया है। समाचार चैनल न्यूज 18 इंडिया को दिए एक साक्षात्कार में निर्मला सीतारमण ने कहा, "एसबीआई और एलआईसी दोनों ने विस्तृत बयान जारी किए है। उन्होंने कहा है कि वे अपने निवेश के मुकाबले मुनाफे में हैं, जो मेरी समझ से सीमा के भीतर है। भारतीय बैंकिंग क्षेत्र कम एनपीए के साथ आज के समय में एक आरामदायक स्तर पर है।"
साक्षात्कार के दौरान वित्तमंत्री ने हाल ही में पेश किए गए बजट को लेकर भी बात की। निर्मला सीतारमण ने कहा, "तमाम वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद हम आर्थिक सुधारों को अपने हाथ से जाने नहीं देना चाहते थे। पीएम मोदी से लगातार चर्चा होती रही। बजट से पहले सबकी राय ली गई और सभी क्षेत्रों के लोगों से बात की गई।"
बता दें कि बीते 1 फरवकी को निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट पेश किया था। बजट में आम आदमी और मध्यम वर्ग बड़ी राहत देते हुए नई कर व्यवस्था के तहत 7 लाख तक की सालाना आय को टैक्स फ्री करने की घोषणा की। इसके अलावा कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए निर्मला सीतारमण ने घोषणा की कि किसानों को सरकार अब ज्यादा कर्ज देगी और कृषि क्षेत्र के लिए कर्ज के लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये किया जाएगा।