नॉसकॉम फाउंडेशन की महिला किसानों के सशक्तिकरण के लिये पहल
By भाषा | Updated: March 8, 2021 19:59 IST2021-03-08T19:59:36+5:302021-03-08T19:59:36+5:30

नॉसकॉम फाउंडेशन की महिला किसानों के सशक्तिकरण के लिये पहल
नयी दिल्ली, आठ मार्च प्रौद्योगिकी कंपनियों का शीर्ष निकाय नॉसकॉम की सामाजिक कार्यों से जुड़ी इकाई नॉसकॉम फाउंडेशन कृषि क्षेत्र में कार्यरत महिलाओं को सशक्त बनाने के इरादे से महिला सशक्तिकरण और उद्यमिता कार्यक्रम की शुरूआत कर रहा है। संस्थान ने सोमवार को एक बयान में यह जानकारी दी।
गूगल डॉट ऑर्ग की सहायता से शुरू की गयी इस पायलट परियोजना का लक्ष्य 1,00,000 महिला किसानों तक पहुंचने और उनकी आय की संभावना बेहतर करना है
बयान के अनुसार इस पहल के लिये नॉसकॉम फाउंडेशन को गूगल की परमार्थ इकाई गूगल डॉट ऑर्ग से 5,00,000 डॉलर की सहायता मिली है।
बयान में कहा गया है कि काम-धंधे की खोज में गांवों से पुरूषों के पलायन बढ़ने के साथ खेती करने के साथ-साथ कृषि श्रमिक के रूप में काम करने वाली महिलाओं की संख्या बढ़ रही है।
गूगल डॉट ऑर्ग की सहायता से नॉसकॉम फाउंडेशन महिला कामगारों को कृषि के कामों का प्रशिक्षण देने के साथ-साथ उन्हें डिजिटल साक्षरता, वित्तीय साक्षरता और उद्यमिता कौशल प्रदान करेगा। इसका मकसद आय की उनकी संभावना को बेहतर करना और इस क्षेत्र में पुरुषों व महिलाओं की मजदूरी का अंतर कम करना है।
नॉसकॉम फाउंडेशन के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अशोक पमिदी ने कहा, ‘‘...खेती-बाड़ी से जुड़ी ज्यादातर महिलाएं अभी भी डिजिटल क्रांति का फायदा उठाने में अक्षम हैं। गूगल डॉट ऑर्ग की सहायता से हम इस अंतर को पाटने की उम्मीद कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि पायलट परियोजना के रूप में हम एक लाख महिला किसानों तक पहुंचेंगे जो उत्तराखंड से लेकर हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और बिहार में हैं। आने वाले वर्ष में इन्हें डिजिटल साक्षरता, वित्तीय साक्षरता और उद्यमिता के कौशल से युक्त किया जाएगा।
गूगल डॉट ऑर्ग की अध्यक्ष जैकलीन फुलर ने कहा, “गूगल में हमलोगों ने देखा है कि कैसे डिजिटल प्रौद्योगिकी से कई व्यक्ति शिक्षा तक पहुंच हासिल कर सकते हैं, अपने कारोबार का विस्तार कर सकते हैं और नए कौशलों का विकास कर सकते हैं। अनुसंधान से यह भी पता चला है कि महिला किसानों की पहुंच सही कौशल और संसाधनों तक हो तो वे अपनी आय 30 प्रतिशत या ज्यादा बढ़ा सकती हैं।
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