मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्री ने छुआ नया रिकॉर्ड, 600 दिन बाद M-Cap पहुंचा 20 लाख करोड़ के पार
By आकाश चौरसिया | Published: February 13, 2024 01:02 PM2024-02-13T13:02:55+5:302024-02-13T13:29:12+5:30
यहां ये जानना जरुरी है कि मार्केट में आने के बाद कंपनी ने कैसा परफॉर्म किया और अब तक कितनी ग्रोथ कर ली है। आइए आपको एक-एक कंपनी के रिकॉर्ड बताते हैं। कंपनी का अगस्त, 2005 में मार्केट कैप सिर्फ 1 लाख करोड़ रुपए ही था, फिर अप्रैल, 2007 में बढ़कर 2 लाख करोड़ रुपए हो गया।
नई दिल्ली: मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्री का मंगलवार को मार्केट कैप 20 लाख करोड़ रुपए से अधिक जा पहंचा है। साथ ही कंपनी के शेयरों में इस साल 14 फीसदी की बढ़त भी हो गई है। दूसरी तरफ शेयर बाजार के 30 अंको वाले सेंसक्स में कंपनी के एक शेयर की कीमत 2,942 रुपए जा पहुंची और इंट्राडे में यह 1.8 फीसदी की बढ़ी। यह आज सुबह 11 बजे तक 2,957 रुपए के आंकड़ें पर मौजूद थी।
यहां ये जानना जरुरी है कि मार्केट में आने के बाद कंपनी ने कैसा परफॉर्म किया और अब तक कितनी ग्रोथ कर ली है। आइए आपको एक-एक कंपनी के रिकॉर्ड बताते हैं। कंपनी का अगस्त, 2005 में मार्केट कैप सिर्फ 1 लाख करोड़ रुपए ही था, फिर अप्रैल, 2007 में बढ़कर 2 लाख करोड़ रुपए हो गया और अक्टूबर, 2007 में ही रिलायंस की कुल बाजार कीमत 4 लाख करोड़ रुपए हो गई। इसके बाद फिर 5 लाख करोड़ रुपए का मार्केट में कारोबार करने के लिए कंपनी को अगले 10 सालों यानी 2017 तक इंतजार करना पड़ा।
कंपनी का नवंबर, 2019 में 10 लाख करोड़ रुपए हो गया था और सितंबर, 2021 में बाजार की कुल बाजार वैल्यू 15 लाख करोड़ रुपए पर जा पहुंचा था। सबसे अच्छी बात ये रही कि 600 दिनों बाद 20 लाख करोड़ रुपए के बड़े आंकड़ों को रिलायंस ने काफी जल्द पार कर लिया।
कंपनी के जनवरी, 2024 में स्टॉक सिर्फ 10.4 फीसद बढ़े थे, लेकिन फरवरी में लगभग 4 फीसदी चढ़ गया। कई ब्रोक्रेज कंपनियों ने इसे अच्छा संकेत रूप में लिया और उम्मीद जताई कि आगे भी कंपनी अच्छा करेगी। ब्रोकरेज बर्नस्टीन के मुताबिक, खुदरा और दूरसंचार क्षेत्रों द्वारा संचालित कंपनियां वित्त वर्ष 2026 के अंत तक कर्मचारी पेंशन योजना वृद्धि में 20 फीसद की मजबूत चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर के आंकड़ों को छूने में कामयाब होंगी। 5जी सेवा आने के बाद टेलीकॉम सेक्टर का फोकस अगले 3 सालों में जियो के लिए 15 फीसदी चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर राजस्व प्राप्त करने की उम्मीद है।