सोयाबीन डीगम पर आयात शुल्क घटने की अफवाह से बाजार टूटा, विदेशों में बढ़े भाव

By भाषा | Updated: December 11, 2020 19:15 IST2020-12-11T19:15:35+5:302020-12-11T19:15:35+5:30

Market breaks down on rumor of import duty on soybean degum, prices abroad | सोयाबीन डीगम पर आयात शुल्क घटने की अफवाह से बाजार टूटा, विदेशों में बढ़े भाव

सोयाबीन डीगम पर आयात शुल्क घटने की अफवाह से बाजार टूटा, विदेशों में बढ़े भाव

नयी दिल्ली, 11 दिसंबर बाजार में एक बार फिर सोयाबीन डीगम पर आयात शुल्क कम किये जाने की चर्चा जोर पकड़ने से सरसों, मूंगफली, सोयाबीन तेलों के दाम गिर गये। हालांकि, विदेशों में भाव ऊंचे रहने से कच्चे पाम तेल और रिफाइंड तेल में मजबूती बरकरार रही।

बाजार सूत्रों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों में आज दूसरी बार सोयाबीन डीगम पर आयात शुल्क कम होने की अफवाह बाजार में जोरों पर रही। वायदा बाजार में सोयाबीन का वायदा भाव तोड़कर इस अफवाह को हवा दी गई। फरवरी के लिये वायदा भाव 104.40 किलो बोला जा रहा है जबकि आयातकों को यह मुनाफा लगाकर 113.40 रुपये किेलो पड़ता है। इससे विदेशों को यह संकेत देने का प्रयास है कि सरकार सोयाबीन डीगम के आयात पर शुल्क कम करने जा रही है। इससे सरसों तेल दादरी 100 रुपये, मूंगफली तेल 150 रुपये और सोयाबीन रिफाइंड दिल्ली तेल का भाव 100 रुपये नीचे आ गया।

बाजार के जानकार सूत्र बताते हैं कि सरकार की खाद्य तेलों पर आयात शुल्क कम करने की पहल का फिलहाल उपभोक्ता और बाजार को कोई फायदा नही मिल रहा है। कुछ दिन पहले सरकार ने कच्चे पॉम तेल पर आयात शुल्क में अधिभार सहित करीब 11 प्रतिशत की कमी की थी। इसका असर यह हुआ कि मलेशिया ने इस पर उधर से निर्यात शुल्क बढ़ा दिया। जिस कच्चे पॉम तेल का दाम 870 डालर था आज वह 960 डालर प्रति टन पर पहुंच गया है। कच्चे पॉम तेल का भाव तब कांडला में 8,800 रुपये था जबकि आज भाव 9,100 रुपये क्विंटल बोला जा रहा है। सरकार को आयात शुल्क का नुकसान हुआ जबकि उपभोक्ता पर दाम बढ़ने का बोझ पड़ा जबकि दूसरी तरफ घरेलू तेलों के दाम गिरने से उत्पादकों का नुकसान हुआ।

सूत्रों का कहना है कि सरकार को इस तरह की अफवाहों पर अंकुश लगाना चाहिये। बहरहाल, शिकागो बाजार में सोयाबीन डीगम आधा प्रतिशत ऊंचा बोला गया। इससे पहले यह ढाई प्रतिशत बढ़ चुका है।

तेल-तिलहन बाजार में थोक भाव इस प्रकार रहे- (भाव- रुपये प्रति क्विंटल)

सरसों तिलहन - 6,075 - 6,125 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये।

मूंगफली दाना - 5,285- 5,350 रुपये।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात)- 13,100 रुपये।

मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 2,055 - 2,115 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 12,000 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 1,840 -1,990 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 1,960 - 2,070 रुपये प्रति टिन।

तिल मिल डिलिवरी तेल- 11,000 - 15,000 रुपये।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 11,400 रुपये।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 11,100 रुपये।

सोयाबीन तेल डीगम- 10,220 रुपये।

सीपीओ एक्स-कांडला- 9,100 रुपये।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 10,000 रुपये।

पामोलीन आरबीडी दिल्ली- 10,450 रुपये।

पामोलीन कांडला- 9,650 रुपये (बिना जीएसटी के)।

सोयाबीन तिलहन मिल डिलिवरी भाव 4,300 - 4,350 लूज में 4,175 -- 4,235 रुपये।

मक्का खल (सरिस्का) - 3,500 रुपये।

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