जानिए कौन हैं आरबीआई के नए डिप्टी गवर्नर एमडी जैन?
By भाषा | Published: June 4, 2018 06:50 PM2018-06-04T18:50:51+5:302018-06-04T19:24:28+5:30
आरबीआई अधिनियम के अनुसार केंद्रीय बैंक में चार डिप्टी गवर्नर होने चाहिए। इनमें से दो के पास यह रैंक होगा और एक वाणिज्यिक बैंकर और एक अर्थशास्त्री होना चाहिए।
नई दिल्ली, 4 जून: आईडीबीआई बैंक के प्रबंध निदेशक एमके जैन को सोमवार को सरकार ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) का डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया। वह एसएस मूंदड़ा का स्थान लेंगे। मूंदड़ा का तीन वर्ष का कार्यकाल पिछले साल जुलाई में खत्म हो गया था। वित्तीय सेवा सचिव राजीव कुमार ने ट्वीट कर कहा, 'सरकार ने अनुभवी बैंकर महेश कुमार जैन को तीन वर्ष के लिए आरबीआई का डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया है। जैन आईडीबीआई बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।'
कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता वाली खोज समिति ने 10 मई को इस पद के लिए उम्मीदवारों का साक्षात्कार किया था। उम्मीदवारों में तीन वरिष्ठ नौकरशाह भी शामिल थे। इस समिति में आरबीआई गवर्नर , वित्तीय सेवा सचिव और कुछ अन्य स्वतंत्र सदस्य भी शामिल होते हैं। जैन के पास 30 वर्ष बैंकिंग क्षेत्र में काम करने का अनुभव है। वह मार्च 2017 से आईडीबीआई बैंक के प्रबंध निदेशक हैं। इससे पहले नवंबर 2015 में उन्हें इंडियन बैंक का प्रबंध निदेशक नियुक्त किया गया था।
जैन बैंकिंग क्षेत्र की कई समितियों में भी शामिल रहे हैं जिनमें बसंत सेठ समिति प्रमुख है। यह समिति सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की ऑडिट प्रणाली की आंतरिक और समवर्ती समीक्षा और संशोधन के लिए गठित की गई थी। आरबीआई अधिनियम के अनुसार केंद्रीय बैंक में चार डिप्टी गवर्नर होने चाहिए। इनमें से दो के पास यह रैंक होगा और एक वाणिज्यिक बैंकर और एक अर्थशास्त्री होना चाहिए। अर्थशास्त्री बैंक के भीतर मुद्रा नीति विभाग का प्रमुख होता है।
इस समय आरबीआई में अन्य डिप्टी गवर्नर विरल वी आचार्य, एन एस विश्वनाथन और बी पी कानूनगो हैं। इस पद के लिए पिछले साल 29 जुलाई को भी साक्षात्कार हुए थे लेकिन सरकार ने इस साल जनवरी में फिर से प्रक्रिया शुरु करने का निर्णय किया था। आरबीआई के डिप्टी गवर्नर को सवा दो लाख रुपये का तय मासिक वेतन और अन्य भत्ते दिए जाते हैं।