सबसे ज्यादा और कम भ्रष्ट 180 देशों की सूची आई सामने, जानें भारत की क्या है पोजिशन
By आकाश चौरसिया | Published: January 31, 2024 12:15 PM2024-01-31T12:15:20+5:302024-01-31T12:39:31+5:30
ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल द्वारा जारी 2023 भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक (सीपीआई) रिपोर्ट में विश्व के सबसे ज्यादा और कम भ्रष्ट देशों के बारे में बताया गया है। सूची में भारत के 39 स्कोर रहे और देश ने 93 वीं रैंक हासिल की है। सीपीआई ने इसका आधार बताया कि अभी भी भारत में स्थिति जस की तस बनी हुई है। इस बात का सीपीआई ने रिपोर्ट में जिक्र किया है।
नई दिल्ली: विश्व के सबसे ज्यादा और कम भ्रष्ट देशों की सूची सामने आई है, लेकिन इसमें बताया गया कि इन देशों में कुछ अमूल चूल बदलाव और प्रगति देखने को मिली है। यह बात उन क्षेत्रों को लेकर कही गई है कि जहां भ्रष्टाचार कम नहीं हुआ और ये भी बताया कि सरकारी दफ्तरों में अभी भी यह स्थिति मौजूद है क्योंकि इस पर कोई ठोस कदम सरकारें अपने स्तर पर नहीं उठा सकी हैं।
ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल द्वारा जारी 2023 भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक (सीपीआई) रिपोर्ट के अनुसार, सीपीआई का वैश्विक औसत पिछले 12 सालों से 43 अंकों पर ही टिका हुआ है। इसमें दो-तिहाई से अधिक देशों का स्कोर 50 से नीचे रहा है। सीपीआई रिपोर्ट में 180 देशों और क्षेत्र के भ्रष्टाचार के अनुमानित स्तर के आधार पर शून्य (अत्यधिक भ्रष्ट) से 100 (बहुत अच्छा) के पैमाने पर रैंक निर्धारित की है। रिपोर्ट के अनुसार, 90 अंकों के साथ लगातार 6 सालों से डेनमार्क पहली पोजिशन पर बना हुआ है। इसका आधार सीपीआई रिपोर्ट में सुव्यवस्थित न्याय प्रणाली को दिया।
इस फेहरिस्त में डेनमार्क के बाद फिनलैंड 87 स्कोर के साथ दूसरे और न्यूजीलैंड 85 के स्कोर के साथ तीसरे पोजिशन प्राप्त हुई है। वहीं, नॉर्वे ने 84 का स्कोर किया, जबकि सिंगापुर ने 83 का, स्वीडन ने 82 का, स्विट्जरलैंड को 82, नीदरलैंड का 79 स्कोर, जर्मनी का 78 स्कोर, लक्समबर्ग का 78 स्कोर रहा है।
सूची में कहां है भारत
भारत के इस सूची में 39 स्कोर रहे और देश ने 93 वीं रैंक हासिल की है। इसका आधार सीपीआई ने बताया कि अभी भी भारत में स्थिति जस की तस बनी हुई है। इस बात का सीपीआई ने रिपोर्ट में जिक्र किया है। भारत ने साल 2022 में 40 के स्कोर के साथ 85वीं रैंक प्राप्त की थी।
पाकिस्तान ने इस रिपोर्ट में 29, श्रीलंका ने 34 का स्कोर किया है, लेकिन इसका हवाला रिपोर्ट में बढ़ते कर्ज और राजनीकित अस्थिरता को ठहराया। 2023 भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक (सीपीआई) रिपोर्ट को तैयार करन में सरकारी और 13 अन्य वैश्विक संस्थानों के द्वारा मिली जानकारी के आधार पर बनाई गई है। इसमें विश्व बैंक, विश्व आर्थिक मंच, निजी जोखिम और परामर्श कंपनियां, थिंक टैंक जैसे संस्थान शामिल हैं।