Investment Tips: क्या है आरबीआई बॉन्ड? जिसमें निवेश करने पर मिलता है FD से ज्यादा फायदा

By अंजली चौहान | Published: November 10, 2023 01:32 PM2023-11-10T13:32:27+5:302023-11-10T13:33:55+5:30

अपना पैसा निवेश करने के इच्छुक व्यक्ति के पास आरबीआई बॉन्ड में निवेश करने का विकल्प भी होता है, जिसे बचत बॉन्ड भी कहा जाता है।

Investment Tips What is RBI Bond Investing in which gives more benefits than FD | Investment Tips: क्या है आरबीआई बॉन्ड? जिसमें निवेश करने पर मिलता है FD से ज्यादा फायदा

फोटो क्रेडिट- फाइल फोटो

Investment Tips: मार्केट में निवेश के लिए बहुत सारे विकल्प मौजूद है। लोग इन विकल्पों को अपनी सहूलियत के हिसाब से चुनकर निवेश करते हैं। मगर अपने पैसे को सही जगह निवेश करने को लेकर हम सभी कई बार चितिंत हो जाते हैं। लोग अक्सर अपने पैसे को सही जगह निवेश करने के विकल्पों को नहीं जानते और गलत जगह निवेश कर देते हैं।

निवेश करने के पीछे हमारा सबसे बड़ा उद्देश्य होता है अपने पैसे को बढ़ाना। ऐसे में आरबीआई बॉन्ड में निवेश करें। मौजूदा वक्त में ज्यादातर लोग अपनी रकम को जमा करने के बजाय एफडी में निवेश कर देते हैं। फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) में निवेश करने से तय ब्याज मिलता है और यह सुरक्षित माना जाता है।

हालांकि, इसमें एक निश्चित ब्याज मिलता है और रकम बहुत ज्यादा नहीं मिलती। वहीं, इसके उलट आरबीआई बॉन्ड में निवेश करने पर रकम अधिक मिल रही है और यह काफी सुरक्षित भी है। आरबीआई बॉन्ड को एक सुरक्षित निवेश भी माना जाता है और मौजूदा समय में ये आपको एफडी से ज्यादा ब्याज पर पैसा कमाने में मदद कर सकते हैं।

वर्तमान में, आरबीआई बांड पर 8.5 प्रतिशत की ब्याज दर मिलती है। कोई भी भारतीय नागरिक इसमें निवेश कर सकता है। 

आरबीआई बॉन्ड के फायदें

- आरबीआई बॉन्ड को भारतीय बचत बॉन्ड भी कहा जाता है। 

- यह एक फ्लोटिंग रेट सेविंग बांड है।

- इसमें कोई भी भारतीय नागरिक निवेश कर सकता है।

- आप इसके लिए संयुक्त रूप से भी आवेदन कर सकते हैं।

- आप अभिभावक के रूप में किसी नाबालिग के नाम पर इस बांड में निवेश कर सकते हैं।

गौरतलब है कि नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट(एनएससी) के मुताबिक ब्याज तय होता है।  फ्लोटिंग रेट बचत बांड होने के कारण, ब्याज दर पूरे कार्यकाल के दौरान एक समान नहीं रहती है। यह समय-समय पर बदलता रहता है। इस बांड पर ब्याज अर्धवार्षिक (1 जुलाई और 1 जनवरी) निर्धारित किया जाता है। इसका ब्याज नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) के मुताबिक तय होता है।

बॉन्ड धारकों को जुलाई और 1 जनवरी को एनएससी पर मिलने वाले ब्याज की तुलना में संबंधित आधे साल के लिए 35 आधार अंक अधिक ब्याज मिलता है। चालू छमाही के लिए एनएससी पर 7.7 फीसदी की दर से ब्याज दिया जा रहा है, जबकि आरबीआई बॉन्ड पर यह 8.5 फीसदी है। 

7 साल की लॉक-इन अवधि

- आरबीआई बॉन्ड में लॉक-इन पीरियड 7 साल का होता है, यानी इस अवधि तक आप पैसा नहीं निकाल सकते।

- हालांकि, वरिष्ठ नागरिकों को समय से पहले बाहर निकलने का विकल्प मिलता है। लेकिन समय से पहले निकलने पर कटौती की जाती है। 

- नियमों के मुताबिक 60 से 70 साल की उम्र के निवेशक 6 साल के बाद प्रीमैच्योर रिडेम्पशन कर सकते हैं; 70 से 80 साल की उम्र के निवेशक 5 साल बाद कर सकते हैं प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन; जबकि 80 साल से ऊपर के निवेशक 4 साल के बाद प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन कर सकते हैं।

- आप कम से कम 1,000 रुपये का आरबीआई बॉन्ड खरीद सकते हैं।

- इसके बाद आपको 1,000 रुपये के गुणक में ही निवेश करना होगा।

- इसमें अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है।

आप इस तरह निवेश कर सकते हैं

- आरबीआई बांड किसी भी सरकारी बैंक से खरीदा जा सकता है, जिसमें स्टेट बैंक या आईसीआईसीआई, आईडीबीआई, एचडीएफसी या एक्सिस जैसे निजी बैंक शामिल हैं।

- इस बांड पर ब्याज का भुगतान छमाही आधार पर किया जाता है।

- इस बांड पर प्राप्त ब्याज कर योग्य है।

- आप जिस इनकम टैक्स स्लैब में आते हैं उसी के हिसाब से आपको टैक्स देना होगा।

- इसके अलावा ब्याज आय पर भी टीडीएस लागू होगा।

- हालांकि, टीडीएस तभी काटा जाएगा जब एक वित्तीय वर्ष में ब्याज 10,000 रुपये से ज्यादा हो।

- निवेशक के लिए यह जानना भी जरूरी है कि यह बांड हस्तांतरणीय नहीं है।

- इसे निवेशक की मृत्यु के बाद ही नॉमिनी के नाम पर ट्रांसफर किया जा सकता है।

(नोट- जब भी आप किसी भी तरह के निवेश के बारे में निर्णय लेने जा रहे हो और अपना पैसा कई निवेश करना चाहते हो तो आप किसी विशेषज्ञ से जरूर सलाह लें।)

Web Title: Investment Tips What is RBI Bond Investing in which gives more benefits than FD

कारोबार से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे