Infosys Limited: मंदी के बीच इंफोसिस को 6128 करोड़ रुपये का बंफर मुनाफा, ब्रिटेन पीएम सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति को मिलेंगे 68.17 करोड़ रुपये, जानें
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 14, 2023 09:55 AM2023-04-14T09:55:40+5:302023-04-14T09:56:44+5:30
Infosys Limited: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति भारत की दूसरी सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनी इंफोसिस के लाभांश में अपने हिस्से के शेयरों से 68.17 करोड़ रुपये कमाएंगी।
Infosys Limited: सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अमेरिकी बैंकिंग क्षेत्र में अस्थिरता के बाद बाजार में मंदी के बीच इंफोसिस लिमिटेड का वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ उम्मीद से कम 7.8 प्रतिशत बढ़कर 6,128 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने जानकारी दी।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति भारत की दूसरी सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनी इंफोसिस के लाभांश में अपने हिस्से के शेयरों से 68.17 करोड़ रुपये कमाएंगी। इंफोसिस ने शेयर बाजार को बताया कि कंपनी के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति के पास दिसंबर अंत तक कंपनी के 3.89 करोड़ शेयर थे।
इंफोसिस ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए अंतिम लाभांश 17.50 रुपये प्रति शेयर की घोषणा की थी। अगर वह नियत तिथि दो जून तक अपने शेयर बनाए रखती हैं तो उन्हें 68.17 करोड़ रुपये मिलेंगे। पिछले साल अक्टूबर में घोषित 16.50 रुपये प्रति शेयर के अंतरिम लाभांश के साथ उन्हें 132.4 करोड़ रुपये मिलेंगे।
इंफोसिस ने पिछले वित्त वर्ष के लिए कुल 31 रुपये प्रति शेयर लाभांश का भुगतान किया, जिससे उन्हें कुल 120.76 करोड़ रुपये मिले। इंफोसिस भारत में सबसे अधिक लाभांश देने वाली कंपनियों में से एक है। सुनक (42) पिछले साल अक्टूबर में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने वाले भारतीय मूल के पहले व्यक्ति हैं।
कंपनी की हालिया रिपोर्ट कई मायनों में निराश करती हैं, जिनमें कंपनी ग्राहकों के देरी से फैसले लेने और परियोजनाओं में अप्रत्याशित बदलाव के कारण वित्त वर्ष 2022-23 के लिए राजस्व अनुमान तक भी नहीं पहुंच पाई। वैश्विक व्यापक-आर्थिक अस्थिरता के माहौल के बीच, इसने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए चार-सात प्रतिशत राजस्व वृद्धि का अनुमान लगाया है।
शीर्ष प्रबंधन ने ‘माहौल के अभी भी अनिश्चित रहने’ की चेतावनी दी है। कंपनी ने आखिरी बार एकल अंक में राजस्व अनुमान वित्त वर्ष 2018-19 में दिया था। भारत की दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर सेवा प्रदाता कंपनी ने जनवरी-मार्च तिमाही में 7.8 प्रतिशत वार्षिक वृद्धि के साथ 6,128 करोड़ का शुद्ध लाभ कमाया।
हालांकि पूर्ववर्ती तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर, 2022) से तुलनात्मक रूप से लाभ सात प्रतिशत गिर गया। कंपनी ने वित्त वर्ष 2021-22 की जनवरी-मार्च तिमाही में 5,686 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। कंपनी के तिमाही वित्तीय परिणाम अनुमान से नीचे रहा। देश की सबसे बड़ी आईटी सेवा प्रदाता फर्म टीसीएस ने जनवरी-मार्च तिमाही में शुद्ध लाभ 14.8 प्रतिशत वृद्धि के साथ 11,392 करोड़ रुपये हासिल किया। बेंगलुरु की कंपनी इंफोसिस का आलोच्य अवधि में एकीकृत आय 16 प्रतिशत बढ़कर 37,441 करोड़ रुपये रही।
इंफोसिस के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक सलिल पारेख ने बयान में कहा कि हमें अपने ग्राहकों की तरफ से दक्षता और लागत में सुधार तथा एकीकरण को लेकर मजबूत रुझान देखने को मिल रहा है। लिहाजा कई सौदे पाइपलाइन में हैं। बोर्ड ने 2022-23 वित्त वर्ष के लिए अंतिम लाभांश 17.50 रुपये प्रति इक्विटी शेयर की सिफारिश की है।
वित्त वर्ष 2022-23 के लिए कंपनी का शुद्ध लाभ नौ प्रतिशत बढ़कर 24,095 करोड़ रुपये रहा। वहीं राजस्व 20.7 प्रतिशत बढ़कर 1,46,767 करोड़ रुपये रहा। इंफोसिस में मार्च तिमाही के अंत में कुल 3,43,234 कर्मचारी थे, जो इससे पिछली तिमाही के मुकाबले 3,611 कम हैं।