कोरोना से लड़ने में मुकेश अंबानी ने दिए 500 करोड़ रुपये, 50 लाख लोगों को खाना भी खिलाएंगे
By अनुराग आनंद | Published: March 30, 2020 08:12 PM2020-03-30T20:12:18+5:302020-03-30T21:09:23+5:30
रिलायंस इंडस्ट्री ने भी पीएम केयर फंड में 500 करोड़ देने की घोषणा की है।
नई दिल्ली: कोरोना महामारी से लड़ने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों पीएम केअर फंड में लोगों से दान देने की अपील की थी। इसके बाद अक्षय कुमार व रतन टाटा समेत कई लोगों ने इसमें करोड़ों रुपए दान किए थे। इसी क्रम में अब रिलायंस इंडस्ट्री ने भी पीएम केयर फंड में 500 करोड़ देने की घोषणा की है।
इसके अलावा रिलायंस महाराष्ट्र और गुजरात मुख्यमंत्री राहत कोष में भी 5-5 करोड़ रु देगी। साथ ही कंपनी की ओर से 5 लाख लोगों को अगले 10 दिनों तक खाना भी मुहैया कराया जाएगा। यानी 50 लाख के करीब खानों का इंतजाम किया जा रहा है। इससे पहले रिलायंस फाउंडेशन ने 100 बिस्तरों का पहला कोवड-19 अस्पताल भी जरूरत पड़ने पर मात्र 2 हफ्तों में तैयार किया था।
रिलायंस 1 लाख मास्क और हजारों की संख्या में PPE पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट भी तैयार कर रहा है। ताकि देश के स्वास्थ्यकर्मियों का ख्याल रखा जा सके। इमरजेंसी वाहनों में फ्री ईंधन और डबल डेटा की रिलायंस पहले से ही उपलब्ध करा रहा है।
जानें रिलायंस कंपनी ने कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए क्या-क्या दिया है-
प्रधानमंत्री राहत कोष 500 करोड़ रु
महाराष्ट्र मुख्यमंत्री राहत कोष 5 करोड़ रु
गुजरात मुख्यमंत्री राहत कोष 5 करोड़ रु
100 बिस्तरों का कोविड-19 अस्पताल
पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (PPE)
5 लाख जरूरतमंदों को अगले 10 दिन का खाना (50 लाख खाने)
रोजाना 1 लाख फेस मास्क का उत्पादन
श्री मुकेश अंबानी ने कंपनी की ओर से इस घोषणा के बाद ये कहा-
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक श्री मुकेश अंबानी ने कहा, हमें विश्वास है कि भारत कोरोनो वायरस की आपदा पर जल्द से जल्द विजय प्राप्त कर लेगा। रिलायंस इंडस्ट्रीज की पूरी टीम संकट की इस घड़ी में देश के साथ है और कोविड-19 के खिलाफ इस लड़ाई को जीतने के लिए सब कुछ करेगी।
इसके साथ ही रिलायंस फाउंडेशन की संस्थापक चेयरपर्सन श्रीमती नीता अंबानी ने कहा, ''जैसे राष्ट्र कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए एकजुट है, वैसे ही रिलायंस फाउंडेशन अपने देशवासियों और महिलाओं के साथ मजबूती से खड़ा हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो पहली पंक्ति में इससे लड़ रहे हैं। हमारे डॉक्टरों और कर्मचारियों ने भारत का पहला कोविड-19 अस्पताल स्थापित करने में मदद की है और हम कोविड-19 की स्क्रीनिंग, परीक्षण, रोकथाम और उपचार में सरकार का सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"