Indian stock market: 78000 से सेंसेक्स ने किया लेवल पार, निफ्टी पहली बार 23,700 से निकला आगे
By आकाश चौरसिया | Published: June 25, 2024 02:47 PM2024-06-25T14:47:16+5:302024-06-25T15:09:05+5:30
Indian stock market: भारतीय शेयर बाजार में सेंसेक्स और निफ्टी को मंगलवार को नए आंकड़े को छूते हुए देखा गया। 25 जून, 2024 को सेंसेक्स ने 600 प्वाइंट्स के साथ बढ़त बनाते हुए 78,000 लेवल को पार कर लिया है।
Indian stock market: भारतीय शेयर बाजार में सेंसेक्स और निफ्टी को मंगलवार को नए आंकड़े को छूते हुए देखा गया। 25 जून, 2024 को सेंसेक्स ने 600 प्वाइंट्स के साथ बढ़त बनाई और इसी के साथ 78,000 के मार्क को क्रॉस कर गया। दूसरी तरफ निफ्टी ने भी 23,700 लेवल के भी आंकड़े को पार करते हुए नया इतिहास बना लिया है।
क्यों मिली भारतीय शेयर मार्केट को बढ़त
यह वृद्धि एशियाई बाजारों के मजबूत रुझानों और ब्लू-चिप बैंकों में खरीदारी के कारण हुई। शुरुआती कारोबार में दोनों सूचकांक पॉजिटिव रुख के साथ खुले, जिसे वित्तीय सेवाओं और बैंकिंग शेयरों में बढ़त का समर्थन मिला।
दूसरी तरफ निफ्टी बैंक ने 52,000 के मार्क को पहली बार क्रॉस कर लिया है, जिसमें आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक को भी सुनिश्चित बढ़त मिली है। आईसीआईसीआई बैंक का मार्केट कैप भी 100 बिलियन डॉलर को पार कर गया है, यह तब हुआ जब इसके स्टॉक्स 2 फीसदी मंगलवार को बढ़ गए। यह मील का पत्थर आईसीआईसीआई बैंक को 100 बिलियन डॉलर से अधिक बाजार पूंजीकरण हासिल करने वाली छठी भारतीय इकाई बनाता है।
एचडीएफसी बैंक (HDFC BANK) लिमिटेड के शेयरों ने पिछले महीने 12 प्रतिशत तक की तेजी के बाद सकारात्मक रुख अपनाते हुए, वर्ष के लिए अपने घाटे को उलट दिया है। स्टॉक ने आज निफ्टी के 120-पॉइंट उछाल में 64 अंक भी जोड़े।
चुनावी वर्षों और पारंपरिक चार्ट के दौरान ऐतिहासिक बाजार रुझानों के आधार पर ICICI सिक्योरिटीज का अनुमान है कि निफ्टी दिसंबर 2024 तक 25,200 तक पहुंच सकता है। इसमें 22,200 के स्तर के आसपास मजबूत सपोर्ट की उम्मीद है।
सेंसेक्स में ये बैंक रहे टॉप
एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और कोटक महिंद्रा बैंक सेंसेक्स में टॉप 30 कंपनियों में शामिल रहे। निफ्टी पैक के भीतर, अल्ट्राटेक सीमेंट, एचडीएफसी बैंक, डिवीज लैब, कोल इंडिया और एसबीआई शीर्ष लाभ में रहे, जबकि एचसीएल टेक, एशियन पेंट्स और टाइटन को बिकवाली के दबाव का सामना करना पड़ा।