Indian Rupee: बांग्लादेश के बाद श्रीलंका में भारतीय रुपये का जलवा!, लोकल लेनदेन को स्वीकार करने पर विचार, जानें क्या हो सकता है असर
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: July 22, 2023 18:39 IST2023-07-22T18:37:32+5:302023-07-22T18:39:15+5:30
Indian Rupee: कार्यभार संभालने के बाद पहली बार भारत यात्रा पर गए राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की थी।

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Indian Rupee: श्रीलंका स्थानीय लेनदेन के लिए डॉलर, यूरो और येन की तरह ही भारतीय रुपये को भी स्वीकार करने पर विचार कर रहा है। विदेश मंत्री अली साबरी ने शनिवार को यह जानकारी दी। इस कदम से भारतीय पर्यटकों और कारोबारियों को राहत मिलेगी। साबरी राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के 20-21 जुलाई के भारत दौरे के बारे में मीडिया को संबोधित कर रहे थे।
पिछले साल कार्यभार संभालने के बाद पहली बार भारत यात्रा पर गए राष्ट्रपति विक्रमसिंघे ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की थी। साबरी ने कहा, “हमने भारतीय रुपये के उपयोग की संभावना पर विचार किया है, जैसे हम डॉलर, यूरो और येन स्वीकार करते हैं।”
इसके सीधे उपयोग की अनुमति मिलने से भारतीय पर्यटकों और व्यापारियों को बार-बार मुद्रा बदलने की जरूरत नहीं पड़ेगी। दोनों देशों ने शुक्रवार को इस बात पर सहमति जताई कि उनके बीच व्यापार के लिए मुद्रा के रूप में रुपये को अपनाने से वाणिज्यिक संबंध और मजबूत तथा लाभप्रद होंगे।
दोनों देशों ने कारोबारी और आम लोगों के बीच व्यापार और लेनदेन को बढ़ाने के लिए एकीकृत भुगतान इंटरफेस (यूपीआई) आधारित डिजिटल भुगतान को संचालित करने पर सहमति व्यक्त की है। श्रीलंका में यूपीआई आवेदन की स्वीकृति के लिए एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (एनआईपीएल) और लंका पे के बीच एक समझौता हुआ है।
बांग्लादेश, भारत के बीच रुपये में शुरू हुआ कारोबार
भारत और बांग्लादेश के बीच रुपये में कारोबार शुरु हो गया जिससे अमेरिकी डॉलर पर निर्भरता कम करने और क्षेत्रीय मुद्रा में व्यापार को मजबूती मिलेगी। बांग्लादेश ने पहली बार किसी देश से अमेरिकी डॉलर के अलावा उसकी मुद्रा में व्यापार किया है। बांग्लादेश बैंक के गवर्नर अब्दुर रऊफ तालुकदार ने रुपये में व्यापारिक लेनदेन की शुरुआत को ‘एक महान सफर पर उठा पहला कदम’ बताया।
इस अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में तालुकदार ने कहा, “भारत और बांग्लादेश के बीच कारोबार में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और दोनों देशों को उनके आर्थिक सहयोग से फायदा हो रहा है।” इस कार्यक्रम में भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा भी मौजूद थे। तालुकदार ने कहा कि टका- भारत द्वैध मुद्रा कार्ड की शुरुआत के साथ ही भारत से कारोबार संबंधी लेनदेन की लागत कम हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि यह मुद्रा कार्ड लगभग तैयार है और इसे सितंबर में पेश कर दिया जाएगा। हालांकि बांग्लादेश और भारत कुछ क्षेत्रों में अर्ध-औपचारिक तरीके से सीमा व्यापार करते हैं, जिन्हें ‘बॉर्डर हट’ कहा जाता है। इसमें दोनों देशों की मुद्राओं का आदान-प्रदान सीमित पैमाने पर होता है।
अधिकारियों ने कहा कि औपचारिक व्यवस्था के तहत अब से दोनों देशों के बीच शुरुआत में व्यापार रुपये में होगा और व्यापार अंतर कम होने पर धीरे-धीरे बांग्लादेशी मुद्रा टका में कारोबार किया जाएगा। बांग्लादेश और भारत के बैंकों को विदेशी मुद्रा लेनदेन के उद्देश्य से नोस्ट्रो खाते खोलने की अनुमति दी गई है।
नोस्ट्रो खाते दूसरे देश के बैंक में खोले गए खाते होते हैं। अधिकारियों ने कहा कि लेनदेन की दर बाजार की मांग और प्रक्रिया में शामिल बैंकों के अनुरूप निर्धारित की जाएगी। नवीनतम आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, बांग्लादेश से भारत को निर्यात दो अरब डॉलर का है, जबकि भारत से बांग्लादेश का आयात 13.69 अरब डॉलर का है।