भारतीय मुद्रा, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 3 पैसे फिसला, शेयर बाजार में भी दिखा असर
By आकाश चौरसिया | Published: January 17, 2024 11:39 AM2024-01-17T11:39:10+5:302024-01-17T11:42:20+5:30
रुपये में डॉलर के मुकाबले 3 पैसे की गिरावट आई, अब यह एक यूएस डॉलर की तुलना में सिर्फ 83.15 पर रुका। विदेशों में मुख्य प्रतिद्वंद्वियों के मुकाबले मजबूत ग्रीनबैक और घरेलू इक्विटी बाजारों में भी भारी बिकवाली पर नजर रखना जरुरी हो गया है।
नई दिल्ली: रुपये में डॉलर के मुकाबले 3 पैसे की गिरावट आई, अब यह एक यूएस डॉलर की तुलना में सिर्फ 83.15 पर रुका। विदेशों में मुख्य प्रतिद्वंद्वियों के मुकाबले मजबूत ग्रीनबैक और घरेलू इक्विटी बाजारों में भी भारी बिकवाली पर नजर रखना जरुरी हो गया है।
हालांकि, विदेशी मुद्रा व्यापारियों के मुताबिक, घरेलू शेयर बाजार में विदेशी फंड के प्रवाह और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में नरमी के चलते घरेलू मुद्रा में भारी गिरावट को थम गई। अंतर बैंक विदेशी मुद्रा में घरेलू मुद्रा 83.13 पर खुली और डॉलर के मुकाबले 83.15 तक फिसल गई, जो पिछले आंकड़ों की तुलना में 3 पैसे की हानि दर्ज करती है।
मंगलवार को रुपये यूएस डॉलर के मुकाबले 26 पैसे टूट कर 83.12 पर आ पहुंचा था। जबकि, डॉलर इंडेक्स छह मुद्राओं की एक टोकरी के मुकाबले ग्रीनबैक की ताकत का अनुमान लगाता है, बुधवार को 0.08 प्रतिशत बढ़कर 103.19 पर कारोबार कर रहा था
बाजार विश्लेषकों ने लाल सागर मार्ग के माध्यम से वैश्विक व्यापार में रुकावट पर चिंता को देखते हुए सुरक्षित बढ़ती मांगों में बढ़त पर अमेरिकी डॉलर में लगातार वृद्धि को जिम्मेदार ठहराया। एक्सचेंज डाटा के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) मंगलवार को शेयर बाजार में शुद्ध खरीदारों ने 656.57 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
अन्य एशियाई बाजारों के कमजोर रुख तथा बैंक शेयरों में भारी बिकवाली से बुधवार को स्थानीय शेयर बाजार बड़ी गिरावट के साथ खुले। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 1,371.23 अंक गिरकर 71,757.54 अंक पर आ गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 395.35 अंक टूटकर 21,636.95 पर कारोबार कर रहा था। सेंसेक्स की कंपनियों में एचडीएफसी बैंक के दिसंबर तिमाही के नतीजों के बाद उसके शेयर में छह प्रतिशत की गिरावट आई।
एचडीएफसी बैंक का अक्टूबर-दिसंबर तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 2.65 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 17,258 करोड़ रुपये रहा है। सितंबर तिमाही में यह 16,811 करोड़ रुपये था। एक्सिस बैंक, टाटा स्टील, कोटक महिंद्रा बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा मोटर्स और बजाज फाइनेंस के शेयर भी नुकसान में थे। वहीं दूसरी ओर टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, रिलायंस इंडस्ट्रीज, अल्ट्राटेक सीमेंट, इन्फोसिस, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और टेक महिंद्रा के शेयर लाभ में कारोबार कर रहे थे।
अन्य एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में थे। जापान का निक्की लाभ में था। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.57 प्रतिशत गिरकर 77.84 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 656.57 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे।