इंडिया पोस्ट ने अपने ग्राहकों के लिए की नेट बैंकिंग सुविधा की शुरुआत, ई-कॉमर्स बाजार में भी रखेगा कदम
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 15, 2018 02:08 PM2018-12-15T14:08:03+5:302018-12-15T14:10:46+5:30
मनोज सिन्हा ने कहा कि डाकघर बचत बैंक (पीओएसबी) ग्राहकों के लिए इंटरनेट बैंकिंग सुविधा से लगभग 17 करोड़ पीओएसबी खाते Intra-operable हो जाएंगे तथा ग्राहक डाकघरों के आरडी एवं पीपीएफ खातों में निधियां ऑनलाइन अंतरित कर सकते हैं।
इंडिया पोस्ट ने अपने सेविंग्स बैंक ग्राहकों के लिए नेट बैंकिंग की सुविधा शुक्रवार से शुरू कर दी है। देश में डिजिटल पेमेंट को तेजी देने के मकसद से इंडिया पोस्ट ने इस सुविधा की शुरुआत की है। इस योजना की लॉन्चिंग के दौरान मोदी सरकार में रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा भी मौजूद थे।
मनोज सिन्हा ने अपने ट्वीट में कहा कि डाकघर बचत बैंक (पीओएसबी) ग्राहकों के लिए इंटरनेट बैंकिंग सुविधा से लगभग 17 करोड़ पीओएसबी खाते Intra-operable हो जाएंगे तथा ग्राहक डाकघरों के आरडी एवं पीपीएफ खातों में निधियां ऑनलाइन अंतरित कर सकते हैं।
डाकघर बचत बैंक (पीओएसबी) ग्राहकों के लिए इंटरनेट बैंकिंग सुविधा से लगभग 17 करोड़ पीओएसबी खाते Intra-operable हो जाएंगे तथा ग्राहक डाकघरों के आरडी एवं पीपीएफ खातों में निधियां ऑनलाइन अंतरित कर सकते हैं। pic.twitter.com/Dg3fen2Zx0
— Manoj Sinha (@manojsinhabjp) December 14, 2018
मनोज सिन्हा ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि राज्यों के हस्तशिल्प बोर्डों, हथकरघा और बुनकर सोसाइटियों की पहुंच बढ़ाएगा और भारत के तेजी से बढ़ रहे ई-कॉमर्स बाजार की ओर पहुंच बढ़ाने में योगदान देगा, जो हर वर्ष 20-25 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है।
विभाग का ई-कॉमर्स पोर्टल राज्य के हस्तशिल्प बोर्डों, हथकरघा और बुनकर सोसाइटियों की पहुंच बढ़ाएगा और भारत के तेजी से बढ़ रहे ई-कॉमर्स बाजार की ओर पहुंच बढ़ाने में योगदान देगा, जो हर वर्ष 20-25 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है
— Manoj Sinha (@manojsinhabjp) December 14, 2018
इंडिया पोस्ट के ई-कॉमर्स में उतरने का कारण उसका विशाल डिलीवरी नेटवर्क भी है। ई-कॉमर्स के बाजार में सफलता का सबसे बड़ा पैमाना सही समय पर समान की डिलीवरी होती है। सेविंग एकाउंट्स पर उच्च ब्याज दर देने के कारण और आकर्षक सेविंग्स स्कीम के साथ इंडिया पोस्ट ने ग्रामीण भारत के साथ-साथ मिडिल क्लास परिवारों के बीच भी अपनी गहरी पैठ बना चुका है।
नैसकॉम की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2022 तक भारत में ई-कॉमर्स का बाजार 150 अरब डॉलर को पार कर जायेगा। एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक 2019 तक भारत में 65 करोड़ लोगों के पास खुद का स्मार्टफोन होगा। इन्टरनेट की बढ़ती पहुंच ने देश में ई-कॉमर्स के प्रचलन को बढ़ाया है।