माइक्रो स्माल एंड मीडियम इंटरप्राजेज (एमएसएमई) के मुताबिक साल 2014 से लगातार नौकरी में कमी और प्रॉफिट में गिरावट दर्ज की गई है। इसके पीछे नोटबंदी और जीएसटी बताया गया है। इस बात की जानकरी आल इंडिया मैनुफेक्चर आर्गेनाईजेशन (एआईएमओ ) ने अपने सर्वे में दी है।
इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक एआईएमओ ने लगभग 34,700 लोगों का सर्वे सैंपल कराया था। इसके मुताबिक साल 2014 के मुकाबले विनिर्माण कंपनियों को काफी नुकसान झेलना पड़ा है। एआईएमओ की रिपोर्ट के मुताबिक व्यापार में 43 प्रतिशत की कमी दर्ज कराई गई है। बता दें कि एआईएमओ विनिर्माण से जुड़े लगभग 3 लाख से ज्यादा छोटे और मध्यम और बड़े पैमानों पर उद्योग का प्रतिनिधित्व करता है।
माइक्रो-सेगमेंट में 32 प्रतिशत से नौकरी की कमी आई है। इसके साथ ही रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि सर्वे के मुताबिक एआईएमओ ने एमएसएमई की हालत को देखते हुए लाल झंडे दिखाए हैं। इसके साथ ही इस मामले को गंभीरता के साथ ध्यान देने को कहा है।
एआईएमओ के अध्यक्ष ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि साल 2015-16 में नई सरकार के आने के बाद कारोबार में वृद्धि देखी गई थी। लेकिन इसके बाद नोटबंदी की वजह से कारोबार में गिरावट दर्ज की गई है। वहीं, जीएसटी के कारण व्यापार और भी खराब हुआ है। गौरतलब है कि एआईएमओ ने 34,700 लोगों का सर्वे कराया था। इनमें पंजाब, हरियाणा, तमिलनाडु, कर्नाटक, महारास्ट्र, हैदराबाद, असम, पश्चिम बंगाल और केरल के लोग हैं।