GST collection in October: अक्टूबर में 9 प्रतिशत बढ़कर 1.87 लाख करोड़?, पहली तारीख को झमाझम बरसे पैसे
By सतीश कुमार सिंह | Published: November 1, 2024 03:38 PM2024-11-01T15:38:34+5:302024-11-01T16:06:27+5:30
GST collection in October: अक्टूबर में जीएसटी संग्रह 8.9% बढ़कर छह महीने के उच्चतम स्तर 1.87 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।
GST collection in October: पहली तारीख को झमाझम पैसे बरसे। मोदी सरकार की झोली भर गई। माल एवं सेवा कर (जीएसटी) का अक्टूबर महीने में सकल राजस्व संग्रह नौ प्रतिशत बढ़कर 1.87 लाख करोड़ रुपये रहा है। 1 नवंबर को जारी आंकड़ों के अनुसार अक्टूबर में वस्तु एवं सेवा कर संग्रह छह महीने के उच्चतम स्तर 1.87 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो लगातार आठवें महीने 1.7 लाख करोड़ रुपये से ऊपर रहा। अक्टूबर 2023 की तुलना में 8.9 प्रतिशत अधिक है। अक्टूबर 2023 में 1.72 लाख करोड़ रुपये था। सितंबर 2024 में 6.5 प्रतिशत बढ़कर करीब 1.73 लाख करोड़ रुपये रहा था।
Gross GST revenue rises 9 pc to over Rs 1.87 lakh crore in October: Govt data
— Press Trust of India (@PTI_News) November 1, 2024
माल एवं सेवा कर (जीएसटी) का अक्टूबर महीने में सकल राजस्व संग्रह नौ प्रतिशत बढ़कर 1.87 लाख करोड़ रुपये हो गया। घरेलू लेनदेन से अधिक राजस्व मिलने से जीएसटी संग्रह बढ़ा है। शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, अक्टूबर महीने में केंद्रीय जीएसटी संग्रह 33,821 करोड़ रुपये, राज्य जीएसटी 41,864 करोड़ रुपये, एकीकृत जीएसटी 99,111 करोड़ रुपये और उपकर 12,550 करोड़ रुपये रहा है। पिछले महीने कुल सकल जीएसटी राजस्व 8.9 प्रतिशत बढ़कर 1.87 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया। एक साल पहले की समान अवधि में जीएसटी संग्रह 1.72 लाख करोड़ रुपये था।
आंकड़ों से पता चलता है कि घरेलू लेनदेन से जीएसटी संग्रह 10.6 प्रतिशत बढ़कर 1.42 लाख करोड़ रुपये हो गया। इस दौरान आयात पर कर अक्टूबर, 2024 के दौरान लगभग चार प्रतिशत बढ़कर 45,096 करोड़ रुपये हो गया। अक्टूबर में 19,306 करोड़ रुपये के रिफंड जारी किए गए, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 18.2 प्रतिशत अधिक है। रिफंड के समायोजन के बाद शुद्ध जीएसटी संग्रह आठ प्रतिशत बढ़कर 1.68 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया।
जीएसटी राजस्व में वृद्धि सितंबर 2024 में 6.5 प्रतिशत के साथ कोविड काल के बाद सबसे कम थी। पिछले साल सितंबर में जीएसटी राजस्व 1.63 लाख करोड़ रुपये था। हालांकि, मासिक आधार पर जीएसटी संग्रह में कमी आई है। अगस्त, 2024 में कुल संग्रह 1.75 लाख करोड़ रुपये रहा था। पिछले महीने घरेलू लेनदेन से सकल जीएसटी 5.9 प्रतिशत बढ़कर लगभग 1.27 लाख करोड़ रुपये हो गया।
कर विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले महीनों में त्योहारों के दौरान कर संग्रह और बेहतर होगा। पीडब्ल्यूसी इंडिया में साझेदार प्रतीक जैन ने कहा कि दरों को युक्तिसंगत बनाने की कवायद को देखते हुए जीएसटी परिषद को इस पर बारीकी से गौर करने की जरूरत हो सकती है। हालांकि, त्योहारी मौसम आने से अगले कुछ महीनों में संग्रह बेहतर हो सकता है।
डेलॉयट इंडिया में साझेदार एम एस मणि ने कहा कि आने वाले महीनों के लिए जीएसटी राजस्व पर उत्सुकता से नजर रखी जाएगी। क्योंकि वे आर्थिक वृद्धि के भी संकेतक हैं और उन्हें जीडीपी आंकड़ों से जोड़कर देखा जा सकता है। सलाहकार फर्म टैक्स कनेक्ट एडवाइजरी सर्विसेज में साझेदार विवेक जालान ने उम्मीद जताई कि मौजूदा स्थिति में जीएसटी परिषद की अगली बैठक में राजस्व वृद्धि पर कुछ दूरदर्शी उपाय देखने को मिलेंगे।