अधिग्रहण के जरिये नवीकरणीय ऊर्जा पोर्टफोलियो का विस्तार करेगी गेल
By भाषा | Published: August 22, 2021 02:08 PM2021-08-22T14:08:10+5:302021-08-22T14:08:10+5:30
देश की प्रमुख गैस कंपनी गेल हाइड्रोजन उत्पादन के क्षेत्र में उतरने की तैयारी कर रही है। इसके अलावा कंपनी ने अधिग्रहण के जरिये अपने नवीकरणीय ऊर्जा पोर्टफोलियो के विस्तार की घोषणा की है। गेल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक मनोज जैन ने कहा, ‘‘स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने की पहल के तहत गेल उपभोग केंद्रों को गैस स्रोतों से जोड़ने के लिए पाइपलाइन ढांचा लगा रही है। साथ ही कंपनी अपने नवीकरणीय ऊर्जा पोर्टफोलियो का विस्तार भी कर रही है।’’ कंपनी की ताजा वार्षिक रिपोर्ट में जैन ने कहा कि वैश्विक ऊर्जा क्षेत्र में हाल के वर्षों में बड़ा बदलाव देखा जा रहा है। अब दुनिया एक सतत ऊर्जा भविष्य की ओर रुख कर रही है। उन्होंने कहा कि भारत के लिए स्वच्छ ऊर्जा मिश्रण को पूरा करने के लिए सरकार प्राकृतिक गैस क्षेत्र के विस्तार पर जोर दे रही है, जिससे गैस-आधारित अर्थव्यवस्था को हासिल किया जा सके। इसके अलावा नवीकरणीय ऊर्जा की वृद्धि पर भी जोर दिया जा रहा है। एक प्रमुख एकीकृत ऊर्जा कंपनी के रूप में गेल इस दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। गेल के प्रमुख ने कहा कि कंपनी 6,000 किलोमीटर की पाइपलाइन बिछा रही है। इसमें नागपुर के रास्ते मुंबई से झारसुगुड़ा, ओडिशा की पाइपलाइन शामिल है। अभी गेल का प्राकृतिक गैस पाइपलाइन का नेटवर्क 13,700 किलोमीटर का है। उन्होंने कहा, ‘‘गेल भविष्य की वृद्धि की संभावना के आधार पर नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में चुनिंदा तरीके से निवेश करेगी।’’ जैन ने कहा कि कंपनी बोली प्रक्रिया तथा विलय एवं अधिग्रहण के जरिये अपने नवीकरणीय ऊर्जा पोर्टफोलियो को मौजूदा के 130 मेगावॉट से आगे बढ़ाने के लिए अवसरों की तलाश कर रही है। उन्होंने कहा कि कंपनी एथनॉल और हाइड्रोजन उत्पादन के क्षेत्र में भी उतरने की तैयारी कर रही है। हालांकि, उन्होंने इसका और ब्योरा नहीं दिया।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।