पेट्रोल कीमतों में 5 रुपये तक कटौती, जानिए अपने शहर में आज पेट्रोल-डीजल का रेट
By जनार्दन पाण्डेय | Published: October 5, 2018 08:20 AM2018-10-05T08:20:33+5:302018-10-05T08:20:33+5:30
केंद्र सरकार की 2.50 रुपये की कटौती के बाद गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, झारखंड, असम, छत्तीसगढ़, गोवा, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, उत्तराखंड की राज्य सरकारों ने अपने राज्य में पेट्रोल की कीमतों में 2.50 रुपये और कटौती की जानकारी दी।
नई दिल्ली, 5 अक्टूबरः वित्त मंत्री अरुण जेटली शुक्रवार को पेट्रोल-डीजल से वैट कटौती का ऐलान किया था। साथ उन्होंने राज्यों से भी पेट्रोल-डीजल से वैट हटाने की अपील करने को कहा था। इसके बाद से लगातार एक-एक कर ज्यादातर राज्यों ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कटौती की। सरकार ने कीमतों में एक व्यवस्था के तहत 2.50 रुपये प्रति लीटर कटौती की घोषणा की। इसमें 1.50 रुपये की कमी उत्पाद शुल्क में कटौती हुई है, जबकि पेट्रोलियम का खुदरा काम करने वाली सरकारी कंपनियों को एक रुपये प्रति लीटर का बोझ वहन करने के लिए कहा गया।
इसके बाद राज्यों की ओर से हुई घोषणाओं के बाद गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, झारखंड, असम, छत्तीसगढ़, गोवा, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, उत्तराखंड की राज्य सरकारों ने अपने राज्य में पेट्रोल की कीमतों में 2.50 रुपये और कटौती की जानकारी दी। यानी बृहस्पतिवार की तुलना में शुक्रवार को पेट्रोल की कीमत करीब 5 रुपये कम हो गई है। जबकि पंजाब, पश्चिम बंगाल भी आज अपने राज्यों में कटौती पर फैसला करेंगे।
5 अक्टूबर को पेट्रोल सभी प्रमुख राज्यों की राजधानी में पेट्रोल का रेट
शहर | शुक्रवार का पेट्रोल का भाव (रुपये में) | शुक्रवार का डीजल का भाव (रुपये में) |
दिल्ली | 81.56 | 73 |
गांधी नगर | 78.73 | 76.46 |
मुंबई | 87.02 | 77.5 |
लखनऊ | 79 | 71.04 |
भोपाल | 84.73 | 74.37 |
चंडीगढ़ | 78.5 | 70.97 |
रांची | 77.95 | 74.56 |
गुवाहाटी | 77.3 | 70.24 |
रायपुर | 79.43 | 76.38 |
पणजी | 75.21 | 74.38 |
उत्तराखंड | 81.86 | 73.45 |
नोटः आंकड़े हिन्दुस्तान पेट्रोलियम के आधिकारिक वेबसाइट से
पेट्रोल 10 रुपये तक घटाने की मांग
कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी ने इन कटौतियों को नाकाफी बताते हुए 10 रुपये तक की कटौती की मांग की ही।
तीन महीनों में 6 रुपये से ज्यादा बढ़ चुका था रेट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने नवंबर 2014 से जनवरी 2016 के बीच नौ किस्तों में पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में 11.77 रुपये और डीजल पर 13.47 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी की थी। जबकि पिछले साल अक्टूबर में इसमें दो रुपये प्रति लीटर की कटौती की गई थी। हालांकि इस दौरान कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में भारी गिरावट दर्ज की गई थी।
पेट्रोल-डीजल की कीमतों के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंचने के बाद सरकार ने उनके दाम कम करने के इन उपायों की घोषणा की है।
पेट्रोल-डीजल की सबसे कम कीमत सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दिल्ली में है। दिल्ली में पेट्रोल 84 रुपये प्रति लीटर और डीजल 75.45 रुपये प्रति लीटर पर है। मध्य अगस्त से अब तक पेट्रोल की कीमत में 6.86 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत में 6.73 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है।
पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम करने पर कौन सहेगा बोझ
सरकारी कंपनियों की आय पर इस एक रुपये प्रति लीटर कीमत वहन करने का सालाना बोझ 10,700 करोड़ रुपये होगा। इसमें करीब आधा बोझ इंडियन ऑयल पर और बाकी का बोझ हिस्सेदारी हिंदुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम पर जा सकता है।
जेटली ने कहा कि उत्पाद शुल्क में डेढ़ रुपये की कटौती से चालू वित्त वर्ष की बाकी अवधि में 10,500 करोड़ रुपये के कर राजस्व का नुकसान होगा जबकि पूरे साल में यह नुकसान 21,000 करोड़ रुपये होगा।