नयी दिल्ली, सात नवंबर वित्त मंत्रालय जल्द नवगठित विकास वित्त संस्थान राष्ट्रीय अवसंरचना वित्तपोषण एवं विकास बैंक (एनएबीएफआईडी) के प्रबंध निदेशक और उप-प्रबंध निदेशकों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू करेगा।
पिछले महीने सरकार ने दिग्गज बैंकर के वी कामत को इस 20,000 करोड़ रुपये के विकास वित्त संस्थान का चेयरपर्सन नियुक्त किया है। यह संस्थान कोष की कमी से जूझ रहे बुनियादी ढांचा क्षेत्र में निवेश की जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगा।
सूत्रों ने बताया कि वित्त मंत्रालय जल्द बैंक बोर्ड ब्यूरो (बीबीबी) को एनएबीएफआईडी के प्रबंध निदेशक और उप-प्रबंध निदेशकों की नियुक्ति करने के बारे में सूचित करेगा।
ब्यूरो इसके लिए विज्ञापन निकालेगा और चयन की प्रक्रिया शुरू करेगा।
बीबीबी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और वित्तीय संस्थानों के लिए शीर्ष अधिकारियों की खोज करता है।
बैंक के प्रबंध निदेशक अधिकतम 65 साल की उम्र तथा उप-प्रबंध निदेशक 62 साल की उम्र तक के लिए नियुक्त किए जाएंगे।
एनएबीएफआईडी कानून, 2021 के तहत संस्थान में एक प्रबंध निदेशक और तीन उप-प्रबंध निदेशक हो सकते हैं।
सरकार ने इसमें 20,000 करोड़ रुपये की इक्विटी पूंजी के ऊंपर 5,000 करोड़ रुपये का अनुदान देने की प्रतिबद्धता जताई है।
सरकार पहले वित्त वर्ष के अंत तक अनुदान देगी। सरकार बहुपक्षीय संस्थानों, सॉवरेन संपदा कोषों तथा अन्य विदेशी कोषों से कर्ज के लिए 0.1 प्रतिशत की रियायती दर पर गारंटी भी देगी।
विकास वित्त संस्थान (डीएफआई) की स्थापना एक सांविधिक निकाय के रूप में की गई है। यह लंबी अवधि, निचले मार्जिन तथा बुनियादी ढांचा वित्तपोषण की जोखिम वाली प्रकृति से होने वाली विफलता के समाधान में मदद करेगा।
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