लाइव न्यूज़ :

यूरोपीय केंद्रीय बैंक ने प्रोत्साहन पैकेज को बरकरार रखा

By भाषा | Updated: October 28, 2021 21:04 IST

Open in App

ब्रसेल्स 28 अक्टूबर (एपी) यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ईसीबी) ने उपभोक्ता कीमतों में उछाल के बावजूद महामारी के दौरान दिये गये प्रोत्साहन पैकेज को बरकरार रखा है।

बैंक द्वारा बृहस्पतिवार को लिया गया यह निर्णय यूरोपीय संघ के उन 19 सदस्य देशों को प्रभावित करेगा, जहां यूरो मुद्रा का इस्तेमाल होता है।

ईसीबी अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए घोषित 1,850 अरब यूरो (2,140 अरब डॉलर) के प्रोत्साहन पैकेज को समाप्त करने को लेकर विभिन्न पहलुओं पर दिसंबर में चर्चा करेगा।

यूरोपीय केंद्रीय बैंक ने बांड खरीद कार्यक्रम को कंपनियों और सरकारों की दीर्घावधि ऋण लागत को नीचे लाने के लिए शुरू किया था। बैंक ने कहा कि यह कार्यक्रम कम से कम मार्च, 2022 तक चलेगा।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

क्रिकेटIND vs SA 5th T20I: भारत ने 3-1 से जीती T20I सीरीज़, आखिरी मैच में दक्षिण अफ्रीका को 30 रन से हराया, वरुण चक्रवर्ती ने झटके 4 विकेट

भारतचुनाव वाले तमिलनाडु में SIR के बाद ड्राफ्ट वोटर लिस्ट से 97 लाख नाम हटा गए

बॉलीवुड चुस्कीBetting App Case: सट्टेबाजी ऐप मामले में उरावशी रौतेला, युवराज सिंह, सोनू सूद पर ईडी की कार्रवाई

क्रिकेट4,4,4,4,4,4,4,4,4,4,6 तिलक वर्मा की 73 रनों की शानदार पारी, पांचवा टी20 मैच

भारतGujarat: एसआईआर के बाद गुजरात की ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी, 73.7 लाख वोटर्स के नाम हटाए गए

कारोबार अधिक खबरें

कारोबारविपक्ष फ्रस्ट्रेशन में हैं, कुछ भी बयान देते हैं, सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा-जनता ने कांग्रेस की नीतियों को पूरी तरह से नकार दिया

कारोबारगृह मंत्री की डेड लाइन से पहले हमने खत्म कर दिया नक्सलवाद, नक्सलियों के पास थे पाकिस्तानी सेना जैसे हथियार?, सीएम मोहन यादव ने विधानसभा में रखे विचार

कारोबारस्वास्थ्य क्षेत्र में 42000 नई नौकरी, मुख्यमंत्री यादव ने विधान सभा पटल पर रखा पक्ष

कारोबार5 साल में हवाई अड्डों कारोबार में 01 लाख करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना, अदाणी एयरपोर्ट्स के निदेशक जीत अदाणी ने कहा-लाखों नौकरी की संभावना

कारोबारविधानसभा चुनाव में महिला को 10000 रुपये?,  मुफ़्त बिजली, महिलाओं को 2-2 लाख की मदद और लोकलुभावन वादों ने नीतीश सरकार की तोड़ी कमर?