औद्योगिक निवेश के लिए ग्रेटर नोएडा की तरफ उद्यमियों का रुझान तेजी से बढ़ा है। देश व विदेशों की कई कंपनियां ग्रेटर नोएडा में जमीन पाने के लिए आतुर हैं। प्राधिकरण उनकी मांग पूरी करने के लिये आठ नए औद्योगिक सेक्टर बसा रहा है। इसके लिए करीब 900 हेक्टेयर जमीन खरीद रहा है। प्राधिकरण अब तक आधी जमीन खरीद चुका है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी नरेंद्र भूषण ने सोमवार को बताया कि कोरोना संकट के बावजूद 2021-22 में 1000 वर्ग मीटर से 20 एकड़ तक के 46 भूखंडों का आवंटन उद्यमियों को किया गया। इससे प्राधिकरण को करीब 268 करोड़ रुपये की आमदनी होगी। 2000 करोड़ रुपये का निवेश के साथ ही 8,200 लोगों को रोजगार मिल सकेगा। कई और बड़ी कंपनियां भी ग्रेटर नोएडा में निवेश के लिए कदम बढ़ा चुकी हैं। उन्होंने बताया कि उद्योगों के लिए जमीन की मांग को देखते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का आठ नए सेक्टर बसाने पर काम चल रहा है। ये सेक्टर ईकोटेक 7, 8, 9, 12ए, 16, 19, 19ए और ईकोटेक 21 हैं। इन सेक्टरों के लिए प्राधिकरण करीब 900 हेक्टेयर जमीन के इंतजाम में जुटा है। इन सेक्टरों के बसने से उद्यमियों को जमीन मिल सकेगी। इससे करोड़ों रुपये का निवेश और हजारों लोगों को रोजगार मिल मिल सकेगा। जमीन के इंतजाम में और तेजी लाने के लिए सीईओ नरेंद्र भूषण ने भूलेख, उद्योग व अन्य संबंधित विभागों के साथ ऑनलाइन समीक्षा बैठक की। किसानों से जमीन शीघ्र प्राप्त करने के लिए संबंधित गांवों में शिविर लगाने के निर्देश दिए है। नये औद्योगिक सेक्टर बसाने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण जिन गांवों की जमीन खरीद रहा है, उनमें पौव्वारी, इमिलियाका, अटाई, मुरादपुर, लुक्सर, दादूपुर, लड़पुरा, खानपुर, सिरसा, वैदपुरा, जौन समाना, सुनपुरा, भोला रावल, धूममानिकपुर, खेड़ी, आमका, किराचपुर, कैलाशपुर, खोदना कला, भनौता व खोदना खुर्द गांव शामिल हैं।
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