अब 2022 में निकलेगा एयरपाेर्ट निजीकरण का टेंडर, सलाहकार कंपनी काम में जुटी
By वसीम क़ुरैशी | Published: August 8, 2021 08:40 PM2021-08-08T20:40:59+5:302021-08-08T20:41:46+5:30
नए सिरे से एयरपाेर्ट निजीकरण के लिए टेंडर डाॅक्यूमेंट तैयार करने के लिए सलाहकार की नियुक्ति की गई.
नागपुरः डाॅ. बाबासाहब आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय विमानतल के निजीकरण की 10 साल से जारी काेशिशाें के बाद अब एक साल और बीत जाएगा. 2020 में जीएमआर की बाेली रद्द हाेने के बाद 2021 का यह आधा हिस्सा भी काेविड के असर में ही बीत गया.
इसके बाद नए सिरे से एयरपाेर्ट निजीकरण के लिए टेंडर डाॅक्यूमेंट तैयार करने के लिए सलाहकार की नियुक्ति की गई. बताया जा रहा है कि सलाहकार कंपनी अपना काम पूरा करने में करीब तीन माह का वक्त लेगी. इसके बाद कुछ अप्रूवल के साथ टेंडर निकाला जाएगा.
2019 में हैदराबाद की कंपनी काे सर्वाधिक बाेली लगाने पर टेंडर दिया गया था. इस टेंडर में कुल लाभ में 5.76 फीसदी मिहान इंडिया लिमिटेड (एमआईएल) काे देना तय हुआ था. लेकिन लाभ की ये हिस्सेदारी बेहद कम पाई गई. इसके बाद इसे बढ़ाकर 14.49 प्रतिशत किया गया.
इसके बाद भी लाभ की हिस्सेदारी पर असंताेष और प्राॅफिट शेयरिंग में प्रति यात्री राजस्व की हिस्सेदारी के माॅडल काे प्राथमिकता देने के विचार के बीच जीएमआर की बाेली रद्द कर दी गई. इसके बाद बीते माह ही नागपुर एयरपाेर्ट टेंडर डाॅक्यूमेंट तैयार करने के लिए सलाहकार कंपनी की नियुक्ति की गई है. कंपनी के एमआईएल के अधिकारियाें की बैठकें भी हाे चुकी हैं.
2022 में टेंडर अपेक्षित
प्राेजेक्ट मैनेजमेंट इम्पलीमेंट कंपनी (पीएमआईसी) की गाइडलाइंस के तहत कंसल्टेंट कंपनी काम कर रही है. हमारी ओर से कंपनी काे एयरपाेर्ट से जुड़ी सभी संबंधित आवश्यक जानकारियां दी जा चुकी हैं. इसके आधार पर ही कंसल्टेंट डाॅक्यूमेंट तैयार करेगा.
यह तैयार हाेने पर पीएमआईसी, एमएडीसी व एमआईएल बाेर्ड से मंजूरी के बाद जनवरी या मार्च 2022 टेंडर निकाला जाएगा. इस बीच एयरपाेर्ट पर यात्री सुविधा के लिए आवश्यक फ्रिस्किंग एरिया में विस्तार किया जा रहा है. इसके अलावा पैसेंजर के लिए अधिक बैठक व्यवस्था की जा रही है. आबिद रूही, वरिष्ठ विमानतल निदेशक, एमआईएल