लाइव न्यूज़ :

डिश टीवी ने अपनी सालाना आम बैठक को एक महीने के लिए फिर टाला

By भाषा | Updated: November 29, 2021 22:35 IST

Open in App

नयी दिल्ली, 29 नवंबर डायरेक्ट-टू-होम (डीटीएच) सेवाप्रदाता डिश टीवी ने अपनी सालाना आम बैठक (एजीएम) को एक महीने के लिए फिर टाल दिया है। कंपनी को इसके लिए नियामकीय मंजूरी मिल गई है।

डिश टीवी को उसकी सबसे बडे शेयरधारक यस बैंक ने अपने बोर्ड के पुनर्गठन का नोटिस दिया हुआ है।

डिश टीवी ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा कि उसे वित्त वर्ष 2020-21 के लिए एजीएम को एक महीने बढ़ाने को लेकर कंपनी पंजीयक, मुंबई की मंजूरी मिल गई है।

डिश टीवी की वार्षिक आम बैठक 30 नवंबर, 2021 को होने वाली थी। एस्सेल समूह की कंपनी के अनुसार, उसे एजीएम को एक महीने आगे बढ़ाने को लेकर सोमवार दोपहर कंपनी पंजीयक की मंजूरी मिल गई।

उल्लेखनीय है कि डिश टीवी को अपने प्रबंध निदेशक जवाहर गोयल और चार अन्य निदेशकों को बोर्ड से हटाने के लिए यस बैंक की ओर नोटिस मिला है। यस बैंक लिमिटेड की कंपनी में 24.19 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

भारतLokmat National Conclave 2025: चुनावों के दौरान मुफ्त की स्कीम देने पर मनोज झा ने दी प्रतिक्रिया, बोले- "चुनाव अब निष्पक्ष चुनाव जैसा नहीं रहा"

भारतBJP ने तेजस्वी यादव पर कसा तंज, जारी किया पोस्टर; लिखा- "तेजस्वी यादव ‘लापता’, ‘पहचान: 9वीं फेल"

क्रिकेटIPL ऑक्शन में इतिहास रचते कैमरन ग्रीन, बने सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी

क्राइम अलर्टMaharashtra: नौकरी का झांसा देकर महिला से गैंगरेप, पीड़िता ने दर्ज कराई शिकायत

क्रिकेटक्या धैर्य का फल मीठा होता है?, पृथ्वी साव और सरफराज खान बिके, 7500000-7500000 रुपये में दिल्ली कैपिटल्स और सीएसके से जुड़े

कारोबार अधिक खबरें

कारोबारShare Market Today: हरे रंग के साथ शुरू हुआ कारोबार, TCS, बजाज फाइनेंस समेत इन कंपनियों के शेयर को मुनाफा

कारोबारPetrol, Diesel Price Today: सुबह-सुबह जारी हो गए तेल के नए दाम, जल्दी से करें चेक

कारोबारक्या नाम में ही आज सबकुछ रखा है?  

कारोबारयूपी में पीएम फसल बीमा योजना में हुआ करोड़ों का घोटाला?, खेत मालिक को पता नहीं, पर राशि हड़पी

कारोबारबिहार कैबिनेट बैठक में 7 निश्चय योजना 3.0 को मंजूरी, उद्योग-धंधा, रोजगार सृजन और नौकरी पर फोकस