डैनफॉस, आईआईएससी ने प्राकृतिक रेफ्रिजरेंट्स को बढ़ावा देने के लिये समझौता किया
By भाषा | Updated: February 15, 2021 17:43 IST2021-02-15T17:43:22+5:302021-02-15T17:43:22+5:30

डैनफॉस, आईआईएससी ने प्राकृतिक रेफ्रिजरेंट्स को बढ़ावा देने के लिये समझौता किया
बेंगलुरू, 15 फरवरी डैनफॉस इंडस्ट्रीज ने सोमवार को कहा कि उसने प्राकृतिक रेफ्रिजरेंट्स के उपयोग को बढ़ावा देने के लिये भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये हैं।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि सहयोग का उद्देश्य प्राकृतिक या सीओटू (कार्बन डाई ऑक्साइड) आधारित रेफ्रिजरेंट्स के उपयोग को बढ़ावा देने पर केंद्रित एक अनुसंधान व प्रशिक्षण केंद्र विकसित करना है।
शीत श्रृंखला व प्रशीतन उद्योग में रेफ्रिजरेंट्स की महत्वपूर्ण भूमिका है, लेकिन हाइड्रोक्लोरोफ्लोरोकार्बन और क्लोरोफ्लोरोकार्बन जैसे पारंपरिक रेफ्रिजरेंट्स ग्लोबल वार्मिंग में योगदान करते हैं। ये पराबैंगनी किरणों से धरती की रक्षा करने में सहायक ओजोन परत को भी नुकसान पहुंचाते हैं।
हाल के दिनों में अमोनिया और सीओटू आधारित रेफ्रिजरेंट, आर744 (सीओटू) और आर290 (प्रोपेन) जैसे प्राकृतिक रेफ्रिजरेंट के उपयोग में वृद्धि हुई है।
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