केयर्न तेल एवं गैस खोज के लिए हैलिबर्टन से लेगी तकनीकी सहयोग
By भाषा | Updated: November 16, 2021 19:16 IST2021-11-16T19:16:41+5:302021-11-16T19:16:41+5:30

केयर्न तेल एवं गैस खोज के लिए हैलिबर्टन से लेगी तकनीकी सहयोग
नयी दिल्ली, 16 नवंबर वेदांता समूह की कंपनी केयर्न ऑयल एंड गैस ने अपनी अपतटीय परिसंपत्तियों के भंडार के आधार को दस गुना बढ़ाने और राजस्थान में शैल गैस की खोज के लिए अमेरिका की हैलिबर्टन कंपनी के साथ तकनीकी साझेदारी की है। केयर्न ने मंगलवार को इस साझेदारी की घोषणा की।
कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) प्रचुर शाह ने कहा, ‘‘यह हैलिबर्टन के साथ तकनीकी साझेदारी से कहीं अधिक है। हम उसकी तकनीकी विशेषज्ञता के अलावा परियोजनाओं के क्रियान्वयन की क्षमता का भी इस्तेमाल करेंगे।’’
केयर्न भारत में अपना तेल एवं गैस उत्पादन बढ़ाने के लिए तीन-चार अरब डॉलर का निवेश करने जा रही है। वह राजस्थान ब्लॉक, बंगाल की खाड़ी स्थित रावा तेल एवं गैस क्षेत्र और पश्चिमी अपतटीय इलाके के खंभात क्षेत्र में तेल-गैस की खोज में लगी हुई है।
कंपनी की अगले दो-तीन वर्ष में पांच लाख बैरल के तेल और तेल समकक्ष गैस उत्पादन की योजना है। उसे उम्मीद है कि सौ साल से ज्यादा का अनुभव रखने वाली हैलिबर्टन का साथ मिलने से वह अपने अपतटीय भंडार को दस गुना बढ़ा सकेगी।
केयर्न के मुताबिक, फिलहाल उसकी कुल अपतटीय परिसंपत्ति तीन करोड़ बैरल की है जिसे वह हैलिबर्टन के तकनीकी सहयोग से दस गुना बढ़ाकर 30 करोड़ बैरल तक ले जाना चाहती है।
शाह ने पीटीआई-भाषा से कहा कि केयर्न की मौजूदा ऑफशोर उत्पादन क्षमता 25,000 बैरल तेल और तेल समकक्ष गैस की है। इसे अगले तीन वर्षों में एक लाख बैरल तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने कहा कि केयर्न अपनी उत्पादन क्षमता को दोगुना करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि वह भारत के घरेलू कच्चे तेल के उत्पादन में 50 प्रतिशत का योगदान दे सके।
हैलिबर्टन इस लक्ष्य को हासिल करने में केयर्न को तकनीकी मदद देगी। वह तेल एंव गैस क्षेत्रों की खोज के अलावा उनके उत्पादन में भी सहयोग करेगी।
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