बाबा रामदेव IT सेक्टर में रख सकते है कदम, रोल्टा में पतंजलि सबसे ज्यादा बोली के साथ आगे
By आकाश चौरसिया | Published: February 3, 2024 03:48 PM2024-02-03T15:48:39+5:302024-02-03T15:52:25+5:30
पतंजलि आयुर्वेद ने कर्ज में डूबी आईटी फर्म रोल्टा इंडिया को अधिग्रहित करने की इच्छा जाहिर की है। खबरों के मुताबिक, पुणे स्थित एडशन प्रॉपर्टीज को लोल्ट के लिए सबसे ज्यादा बोली लगाने वालों कंपनी थी, लेकिन बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि ने अब इसके लिए 830 करोड़ रुपए की बोली लगा दी है।
नई दिल्ली: पतंजलि आयुर्वेद ने कर्ज में डूबी आईटी फर्म रोल्टा इंडिया को अधिग्रहित करने की इच्छा जाहिर की है। खबरों के मुताबिक, पुणे स्थित एडशन प्रॉपर्टीज को लोल्ट के लिए सबसे ज्यादा बोली लगाने वालों कंपनी थी, लेकिन बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि ने अब इसके लिए 830 करोड़ रुपए की बोली लगा दी है।
पतंजलि आयुर्वेद ने इस डील के लिए राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण का रुख किया। अब, एनसीएलटी एक पैनल कंपनी को बोली प्रक्रिया में शामिल करने का फैसला करेगा। कमल सिंह की रोल्टा एक रक्षा केंद्रित सॉफ्टवेयर कंपनी है। कंपनी को जनवरी, 2023 में दिवालियापन प्रक्रिया में शामिल किया गया था। कंपनी पर यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (यूबीआई) का कुल 7,100 करोड़ रुपए और सिटीग्रुप के नेतृत्व वाले असुरक्षित विदेशी बांड धारकों का 6,699 करोड़ रुपये बकाया है।
रोल्टा को पहली बार विदेशी कर्ज से लदे होने के कारण साल 2016 में डिफॉवटर घोषित किया गया था। तीन बार दिवालिया होने के बाद, यूनियन बैंक की याचिका पर कंपनी से जुड़े सभी मामले एनसीएलटी की देखरेख में शामिल हो गए।
कंपनी रक्षा और गृह भूमि सुरक्षा, बिजली, वित्तीय सेवाएं, विनिर्माण, खुदरा और स्वास्थ्य सेवा में सेवाएं प्रदान करती है। कंपनी को वित्तीय वर्ष 2022 में कंपनी को 1000 करोड़ रुपए का घाटा हुआ। जबकि इस दौरान राजस्व केवल 38 करोड़ रुपये था।
रोल्टा की रियल एस्टेट विशेष रूप से मुंबई में, बोलीदाताओं के लिए संभावित आकर्षण हो सकती है। इकोनॉमिक टाइम्स ने कहा कि पतंजलि आयुर्वेद होम डिलीवरी एप्लिकेशन के लिए अपनी योजनाओं को मजबूत करने के लिए रोल्टा के आईटी बुनियादी ढांचे पर भी विचार कर सकता है।