कोविड-19 संकट के बीच उपभोक्ताओं की बदलती जरूरतों को पूरा करने के लिए कदम उठा रही है एमवे इंडिया
By भाषा | Published: May 17, 2020 01:12 PM2020-05-17T13:12:01+5:302020-05-17T13:12:01+5:30
कंपनी यह अध्ययन कर रही है कि इम्यूनिटी और पोषक उत्पादों की ओर रुख करने के लिए पोर्टफोलियो को किस तरह से समायोजित किया जाए। बुद्धिराजा ने कहा कि कंपनी को उम्मीद है कि जुलाई तक उसका कारोबार लॉकडाउन से पहले के 80-90 प्रतिशत के स्तर पर आ जाएगा।
नयी दिल्ली: कोविड-19 संकट के बीच इम्यूनिटी (प्रतिरक्षा) और पोषक उत्पादों की मांग में जोरदार इजाफा हुआ है। ऐसे में डायरेक्ट सेलिंग कंपनी एमवे इंडिया इस क्षेत्र पर विशेष ध्यान दे रही है। एमवे इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अंशु बुद्धिराजा ने कहा कि कंपनी को उम्मीद है कि आगे चलकर उसके कुल कारोबार में इस क्षेत्र का हिस्सा बढ़कर 65 प्रतिशत पर पहुंच जाएगा।
कंपनी वैश्विक निवेश की अपनी योजना के तहत पोर्टफोलियो पर नए सिरे से विचार कर रही है। कंपनी यह अध्ययन कर रही है कि इम्यूनिटी और पोषक उत्पादों की ओर रुख करने के लिए पोर्टफोलियो को किस तरह से समायोजित किया जाए। बुद्धिराजा ने कहा कि कंपनी को उम्मीद है कि जुलाई तक उसका कारोबार लॉकडाउन से पहले के 80-90 प्रतिशत के स्तर पर आ जाएगा।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रव्यापी बंद के दौरान उपभोक्ताओं के रुख में बदलाव आया है। अब उपभेक्ता प्रतिरक्षा बढ़ाने वाले और पोषक उत्पादों की खरीद कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘अब लोग अपनी देखभाल की दृष्टि से खरीदारी कर रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान एक और खास बदलाव देखने में आया है कि लोग अस्पताल नहीं जाना चाहते।
पहले लोग कुछ भी होने पर चिकित्सक के पास जाते थे। अब लोग पहले से बचाव करना चाहते हैं।’’ बुद्धिराजा ने कहा कि उपभोक्ताओं के रुख में आए बदलाव से हमारे आयुर्वेद उत्पादों को भी बढ़ावा मिलेगा। विशेष रूप से तुलसी वाले उत्पादों की मांग में जोरदार इजाफा हुआ है।