जीरो मूवी रिव्यूः शाहरुख खान की निराश करने वाली एक्टिंग और ‌डिजास्टर स्टोरी वाली 'बौनी फिल्म' है जीरो

By जनार्दन पाण्डेय | Published: December 21, 2018 09:04 AM2018-12-21T09:04:32+5:302018-12-21T18:34:51+5:30

Zero Movie Review (जीरो मूवी रिव्यू): निर्देशक आनंद एल राय‌ की जीरो, स्वामी विवेकानंद के उसी दर्शन पर है, जिसमें उन्होंने जीरो के मायने बताए थे।

Zero Movie Review in Hindi: Shah Rukh Khan, Anushka Sharma, Katrina Kaif Starrer is disappointing | जीरो मूवी रिव्यूः शाहरुख खान की निराश करने वाली एक्टिंग और ‌डिजास्टर स्टोरी वाली 'बौनी फिल्म' है जीरो

जीरो के एक दृश्य में शाहरुख खान | Zero Movie Review in Hindi | जीरो मूवी रिव्यू

जीरो **1/2
रेटिंग- ढाई स्टार
स्टार- शाहरुख खान, अनुष्का शर्मा, कैटरीना कैफ, अभय देओल, आर माधवन, सलमान खान
डायरेक्टर- आनंद एल राय
प्रोड्यूसर- गौरी खान

जीरो की समीक्षा

जीरो एक भटकी हुई बॉलीवुड की खांटी कर्मशियल फिल्म है। निर्देशक आनंद एल राय‌ की जीरो, स्वामी विवेकानंद के उसी दर्शन पर है, जिसमें उन्होंने जीरो के मायने बताए थे। निर्देशक आखिर तक जीरो को स्वदेश सरीखी एक यादगार फिल्म बनाने की कोशिश करते हैं। लेकिन लचर कहानी और अभिनय को धंधा मानने वाले कलाकार इसे फ्लॉप शो बनाने में लगे रहते हैं।

शाहरुख खान ने फिल्म में अपने सरे दांव अपना लिए हैं। मसलन यूंही सलमान खान को खींच लाना। बॉलीवुडी पार्टी के बहाने श्रीदेवी, काजोल, रानी मुखर्जी, जूही चावला, करिश्मा कपूर, आलिया भट्ट, दीपिका पादुकोण को खींच लाना। लगता है जैसे वे भूल गए हैं कि फिल्में बड़ी शक्लों की स्पेशल अपी‌एरेंस से नहीं, मुख्य कलाकारों के अपीएरेंस से बड़ी होती हैं।

आनंद एल राय भी अपने पुराने नुस्‍खों से उबरते नहीं हैं। उनकी सुई एक बार फिर से शादी पर अटक जाती है। उनकी पिछली फिल्मों में शादी उनका प्रमुख विषय रहा है। उसके इर्द-गिर्द आनंद कहानी को पर्दे पर अच्छे से उतार ले जाते हैं। साथ में उनका आर माधवन और मोहम्मद जीशान अयुब प्यार भी कम नहीं हुआ है।

आर माधवन के अलावा एक और स्पेशल एलिमेंट हैं फिल्म में, अभय देओल। इन दोनों को छिपाकर रखा गया है। फिल्म के प्रमोशन या ट्रेलर में इनकी झलक नहीं दिखाई गई। इन दोनों के अलावा फिल्म में एक और तगड़ा और छिपा हुआ एलिमेंट है- मार्श-मिशन।

ट्रेलर में रहस्यमयी ढंग से इस ओर इशारा किया गया था, लेकिन फिल्म में क्लाइमेक्स में इसे करीब 25 मिनट दिखाया जाता है। लेकिन यह एक बोझिल और बॉलीवुड फिल्मों में नासा को दिखाने की नाकाम कोशिश है।

जीरो की कहानी

जीरो कहानी उत्तर प्रदेश के मेरठ के चार फुट और दो इंच के बउआ सिंह (शाहरुख खान) की है। बउआ सिंह की उम्र 39 साल हो गई है। लेकिन उनके बौने होने चलते वह अपनी जिंदगी में एक मसखरा बनकर रह गए हैं। तभी उन्हें एक लड़की की तस्वीर अच्छी लग जाती है। संयोग से वह लड़की आफिया (अनुष्का शर्मा) भी अपने मां-बाप की स्पेशल चाइल्ड है।

लेकिन शारीरिक तौर पर विकलांग आफिया का दिमाग बड़ा ही दुरुस्त है। वह मार्श मिशन पर रॉकेट भेजने की तैयारी कर रही होती है। लेकिन उसे बौने और दसवीं फेल बउआ सिंह की गंवारपन अच्छा लगता है। दिल्ली के आलिशान होटल इंपीरियल में दोनों का शारीरिक संबंध बन जाता है। लेकिन बउआ सिंह यही से मेरठ भाग आता है।

बाद अपने पिता अशोक (तिग्मांशु धूलिया) के दबाव में वह शादी के लिए तैयार होता है, लेकिन बॉलीवुड अभिनेत्री बबिता कुमारी (कैटरीना कैफ) से मिलने चक्कर में वह शादी से भाग जाता है। एक नाटकीय और अविश्वनीय तरीके से वह बबिता कुमारी के बेड तक जगह पा जाता है। लेकिन प्यार का इजहार करने पर बबिता उसे जलील कर के अपने यहां से भगा देती है।

तब बउआ ‌सिंह को दोबारा आफिया की याद आती है। वह अपने दोस्त गुड्डू (मोहम्मद जीशान अयूब) के आफिया से मिलने अमेरिका चला जाता है। आफिया वहां उसे देखते ही गोली चला देती है, लेकिन आफिया के हिलते हाथ से निशाना चूक जाता है।

बउआ सिंह तब वहां खुद को बचाने के लिए एक दुधमुंही बच्ची का सहारा लेता है, लेकिन जब उसे यह पता चलता है जिसे अपने गोंद में उठा रखा है वह उसकी अपनी बच्ची है तो दिमाग फिर जाता है। यहां से जीरो, बउआ ‌सिंह एक दिन भारत का सबसे ज्यादा चर्चा पाने वाला शख्स बनता है।

फिल्म के क्लाइमेक्स में करीब आधे का मिशन-मार्श है। निर्देशक चाहते हैं इस हिस्से की कहानी दर्शकों को ना बताई जाए। इसलिए आपको इसके कहानी सिनेमाघर में देखनी होगी। क्या बउआ सिंह, दोबारा आफिया के प्यार को जीत पाएगा? आनंद एल राय ऐसी जगहों पर शादी को ले आते और मंडप तक बात जाती है। इस बार उन्होंने फेरे शुरू कराने के बाद शादी तुड़वाई है। किसकी? यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।

जीरो में अभिनय

शाहरुख खानः शाहरुख एक स्टार हैं। उनके चाहने वाले उन्हें उसी रूप में देखना चाहते हैं। लेकिन बीते कुछ सालों में वे प्रयोगधर्मी हो गए हैं। पर पचास पार कर चुके शाहरुख अपनी ही ली गई चुनौतियों को पार नहीं कर पाते। वह पूरी फिल्म शाहरुख खान ही रहे। हाइट कम होने मात्र से वे फिल्म में कहीं बउआ सिंह नहीं हो पाए। फिल्‍म अगर असफल होती है तो इसकी एक बड़ी वजह शाहरुख खान का लचर अभ‌िनय होगा।

अनुष्का शर्माः अनुष्का शर्मा अपने किरदार में उतरने की भरसक कोशिश करती हैं। लेकिन कई मर्तबे डायलॉग बोलते वक्त वह भूल जाती हैं कि उनके किरदार को बोलते वक्त हिलना है, जैसे कि फिल्म के कई दृश्यों में मेंशन किया गया है। लेकिन फिल्म के आगे बढ़ने के साथ आफिया से फिर अनुष्का शर्मा हो जाती हैं।

कैटरीना कैफः बबिता कुमारी का किरदार फिल्‍म बहुत छोटा है। प्यार में हारी बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा के किरदार को हो सकता कैटरीना असल जिंदगी में समझती हों, लेकिन पर्दे पर वह बिल्कुल इसे उतार नहीं पाई हैं।

मोहम्मद जीशान अयूबः मुख्य अभिनेता के दोस्त का किरदार अयुब शानदार ढंग से निभाते हैं। लेकिन इस बार उनके किरदार बेहद कमजोर कर दिया गया है। उनके पास खुलकर अभिनय करने का मौका ही नहीं है।

तिग्मांशु धूलियाः तिग्मांशु अपने किरदार में फिट बैठे हैं। वह बउआ सिंह के पिता का किरदार पर्दे पर उतार ले गए हैं। उनका गुस्सा, उनका अंदाजे बयां मेरठ‌ियों सा लगता है।

अभय देओलः अपनी छोटी सी भूमिका में अभय देओल फिट बैठते हैं। वह दिलफेंक स्टार के तौर खुद को स्‍थापित करते हैं।

आर माधवनः मार्श मिशन में लगे और आफिया से प्यार करने वाले साइंटिस्ट के किरदार में आर माधवन सटीक बैठे हैं।

जीरो में संगीत

जीरो में कुल चार गाने हैं। पहला गाना मोहम्मद रफी की आवाज में बिना रीमेक किए शशि कपूर के बजाए शाहरुख पर फिल्मा लिया गया है। फिल्म के ओरीजिन तीन गाने, जब तक जहां में तेरा नाम है, इशकबाजी और हीर बदनाम कर्णप्रिय हैं। अजय-अतुल ने धुनें अच्छी बनाई हैं। सुखविंदर सिंह, दिव्य कुमार, नूरां सिस्टर और अभय जोधपुरकर ने इसे गाया भी अच्छे तरीके से है। हां, लिरिक्स राइटर चूक गए हैं।

जीरो को क्यों देखें

1. जीरो में आखिरी बार पर्दे पर दिवंगत अभिनेत्री श्रीदेवी को देखा जा सकता है।
2. स्पेशल चाइल्ड और विकलांग लोगों के लिए यह फिल्म एक उम्मीद की तरह है। यह उनके वाकई स्पेशल होने की वकालत करती है। उन पर तरस खाने के बजाए आम व्यवहार किए जाने की दलील पेश करती है।

जीरो को क्यों ना देखें 

इंटरवल से पहले फिल्म के मुख्य कलाकार बउआ सिंह (शाहरुख खान) दर्शकों के मनोरंजन जितनी कोशिश करते हैं। इंटरवल के बाद बे सिर-पांव की कहानी उस पर पानी फेर देती है।

English summary :
Zero Movie Review in Hindi: Read here the critic Movie review in hindi of most awaited movie of 2018 Shahrukh Khan, Anushka Sharma and Katrina Kaif Starrer Bollywood Movie Zero. Read how many stars has been given to the movie and what is best and worst in this Anand L. Rai directed movie. Gauri khan's Red Chillies Entertainment is the production house of the movie Zero.


Web Title: Zero Movie Review in Hindi: Shah Rukh Khan, Anushka Sharma, Katrina Kaif Starrer is disappointing

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