शाहरुख खान के आवास 'मन्नत' क्यों पहुंची थी एनसीबी की टीम?, समीर वानखेड़े ने जारी किया बयान
By अनिल शर्मा | Published: October 21, 2021 03:28 PM2021-10-21T15:28:59+5:302021-10-21T15:46:02+5:30
उधर समीर वानखेड़े को निशाना बनाते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने दावा किया कि पिछले साल सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद केंद्र सरकार ने विशेष रूप से वानखेड़े को एजेंसी में नियुक्त किया था।
मुंबईः मुंबई के तट के पास एक क्रूज नौका से मादक पदार्थ जब्त होने के मामले की जांच के सिलसिले में स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) के अधिकारी गुरुवार को अभिनेता शाहरुख खान के घर मन्नत पहुंचे। वहीं नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो का एक अन्य दल अभिनेत्री अनन्या पांडे के बांद्रा स्थित घर पहुंचा था।
इस बाबत स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) के जोनल निदेशक समीर वानखेड़े ने एक बयान जारी किया है। मीडिया को संबोधित करते हुए एनसीबी के निदेशक समीर वानखेड़े ने कहा है कि एनसीबी की टीम अभिनेता शाहरुख खान के बंगले 'मन्नत' पर क्रूज ड्रग्स केस में गिरफ्तार उनके बेटे आर्यन से जुड़े कुछ दस्तावेज लेने पहुंची थी। उन्होंने कहा, "मन्नत पर कोई रेड नहीं हुई।" एनसीबी की टीम अभिनेत्री अनन्या पांडे के घर भी गई थी और उन्हें समन दिया।
गौरतलब है कि एनसीबी ने तीन अक्टूबर को मुंबई के तट के पास गोवा जा रही एक क्रूज नौका पर छापेमारी के बाद शाहरुख के बेटे आर्यन खान (23) और कुछ अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था। एजेंसी ने क्रूज से मादक पदार्थ जब्त करने का दावा किया है। इसी सिलसिले में वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में एनसीबी का एक दल कागजी कार्रवाई के लिए दोपहर को शाहरुख के उपनगर बांद्रा स्थित आवास ‘मन्नत’ पहुंचा था।
उधर समीर वानखेड़े को निशाना बनाते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने दावा किया कि पिछले साल सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद केंद्र सरकार ने विशेष रूप से वानखेड़े को एजेंसी में नियुक्त किया था। मलिक ने यह भी आरोप लगाया कि एनसीबी ने राजपूत की दोस्त रिया चक्रवर्ती को “झूठे मामले” में फंसाया।
मलिक ने आगे कहा, वानखेड़े के नेतृत्व में कुछ दिन पहले एनसीबी ने मुंबई तट के पास एक क्रूज पोत पर छापेमारी कर मादक पदार्थ बरामद किया और शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान तथा अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था। मलिक का दावा है कि पोत से कथित तौर पर नशीले पदार्थ की बरामदगी का मामला झूठा है और केवल व्हाट्सऐप संदेशों के आधार पर गिरफ्तारी की गई। राकांपा नेता के दामाद समीर खान को भी इस साल जनवरी में मादक पदार्थों के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था और उसे पिछले महीने जमानत दे दी गई।