उत्तराखंड के कई जिलों में 'केदारनाथ' के बैन होने से सारा अली खान ने यूं जताया दुख, कही ये बात
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: December 10, 2018 08:37 AM2018-12-10T08:37:02+5:302018-12-10T08:37:02+5:30
अपनी पहली फिल्म 'केदारनाथ' को उत्तराखंड के कई जिलों में बैन किए जाने से सारा अली खान दुखी हैं
अपनी पहली फिल्म 'केदारनाथ' को उत्तराखंड के कई जिलों में बैन किए जाने से सारा अली खान दुखी हैं. उनका कहना है कि फिल्म का मकसद लोगों को बांटना नहीं बल्कि जोड़ना था. 'केदारनाथ' 2013 में आई प्राकृतिक आपदा की पृष्ठभूमि पर बनी हिंदू लड़की और मुस्लिम लड़के की प्रेम कहानी है.
फिल्म का विरोध करने वालों का आरोप है कि यह लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाती है और लव जिहाद को बढ़ावा देती है. सारा ने कहा, ''मेरा सपना कुछ लोगों तक यह कहानी पहुंचाना था. हमने उत्तराखंड में फिल्म की शूटिंग की है. हम वहां 40 दिन तक रहे.
मेरे करियर का वह सबसे अच्छा अनुभव है. उन्होंने मुझे बहुत कुछ दिया और उन्हें वापस कुछ न दे पाना बेहद दुखद है. मुझे असल मैं इस बात का बेहद खेद है. मैं धर्म, जाति को विभाजित करने वाला मानती हूं. यह फिल्म विभाजन पर नहीं है, बल्कि यह सब को साथ लाने की बात करती है.
मुझे नहीं पता कि लोगों को कैसे ठेस पहुंची.'' सारा ने कहा कि वह लोगों की भावनाओं का सम्मान करती हैं और कलाकार के तौर पर वह केवल फिल्म को अपना शत प्रतिशत दे सकती हैं. अभिषेक कपूर की यह फिल्म गत शुक्रवार को रिलीज हुई है और अच्छी कमाई कर रही है.