सुशांत सुसाइड केस: सामने आया बॉलीवुड में ‘अपने’ और ‘बाहरी’ लोगों के बीच का अंतर, लगातार हो रही आलोचना

By मनाली रस्तोगी | Published: June 26, 2020 06:11 PM2020-06-26T18:11:46+5:302020-06-26T18:11:46+5:30

Sushant Singh's death exposes Bollywood's 'ours' and 'outsiders' | सुशांत सुसाइड केस: सामने आया बॉलीवुड में ‘अपने’ और ‘बाहरी’ लोगों के बीच का अंतर, लगातार हो रही आलोचना

इंडस्ट्री में जारी भेदभाव को लेकर स्टार्स की काफी आलोचना हो रही है (फाइल फोटो)

Highlightsसुशांत के असमय चले जाने से हिंदी फिल्मों की दुनिया में बदलाव की बात शुरू हो गई हैमनोज वाजपेयी का कहना है कि फिल्म इंडस्ट्री में जिस बदलाव को हर कोई देखना चाहता है वो तभी आ सकता है जब ताकतवर वर्ग 'भीतरी-बाहरी' का भेद मिटा दें

बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की मौत के बाद फिल्म इंडस्ट्री में चल रहे गहरी जड़े जमाए हुए मतभेदों बहस छिड़ गई है। ऐसे में अब बॉलीवुड में जारी भाई-भतीजावाद (नेपोटिज्म) और खेमेबाजी (लॉबिंग) को लेकर भी फैंस सेलेब्स को खरी-खोटी सुना रहे हैं। इसके साथ ही इंडस्ट्री में जारी भेदभाव को लेकर स्टार्स की काफी आलोचना हो रही है।

'भीतरी-बाहरी' का भेद मिटाना होगा

मालूम हो, 14 जून को 34 वर्षीय अभिनेता का शव मुंबई स्थित उनके अपार्टमेंट में मिला था। उनकी मौत के बाद चकाचौंध से भरी यह दुनिया 'अपने', 'बाहरी' और 'हम' बनाम 'वो' के बीच बंट गई है। एक वो हैं जिन्हें लोकप्रियता विरासत में मिली है और दूसरे जिन्होंने खून-पसीना बहाकर इसे पाया है। मनोज वाजपेयी का कहना है कि फिल्म इंडस्ट्री में जिस बदलाव को हर कोई देखना चाहता है वो तभी आ सकता है जब ताकतवर वर्ग 'भीतरी-बाहरी' का भेद मिटा दें। 

उन्होंने कहा, 'नेपोटिज्म पर कुछ सालों से चर्चा हो रही है। मगर यह बदलाव तभी आएग जब प्रभावशाली स्थानों पर बैठे स्थापित लोग बॉलीवुड में आने वाले सभी प्रतिभाशाली लोगों के लिए इसे स्वस्थ और लोकतांत्रिक माहौल बनाएं।' सुशांत सिंह राजपूत की फिल्म 'डिटेक्टिव व्योमकेश बक्शी' के निर्देशक दिबाकर बनर्जी ने कहा, 'फिल्म इंडस्ट्री को ऐसे स्थान में बदलने के लिए हमें बहुत मेहनत करनी होगी, जहां हर किसी का स्वागत हो।' 

शुरू हुई हिंदी फिल्मों में बदलाव की बात

उन्होंने कहा कि बाहर से इस दुनिया में आए लोगों को फिल्म इंडस्ट्री, जनता और बॉक्स ऑफिस पर पैठ बनाने के लिए कलाकारों के बच्चों की तुलना में दोगुनी मेहनत करनी होती है। सुशांत सिंह राजपूत को संभवत: शाहरुख खान के बाद ऐसा खास अभिनेता माना जाता है, जिसने टेलीविजन की दुनिया से हिंदी फिल्मों की चमक-दमक में प्रवेश किया और नाम कमाया लेकिन उनकी मौत ने रुपहले पर्दे की दुरुह सच्चाई को सामने ला दिया। राजपूत के असमय चले जाने से हिंदी फिल्मों की दुनिया में बदलाव की बात शुरू हो गई है। 

बता दें, करण जौहर, आलिया भट्ट और सोनम कपूर जैसे बड़े स्टार्स और स्टार किड्स की फैंस काफी आलोचना कर रहे हैं। यही नहीं, रियलिटी शो 'कॉफी विद करण' की एक पुरानी वीडियो क्लिप भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसपर लोगों का गुस्सा सामने आया है। इसके अलावा चेंज डॉट ओआरजी वेबसाइट पर सुशांत की मौत के बाद एक मुहिम शुरू की गई है। इसमें करण जौहर सहित  यशराज फिल्म्स और सलमान खान का बहिष्कार करने की बात कही गई है। अब तक करीब 38 लाख लोग इस मुहिम का समर्थन किया है।

(भाषा इनपुट के साथ)

Web Title: Sushant Singh's death exposes Bollywood's 'ours' and 'outsiders'

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