35 साल में पहली बार तीनों बहनों की राखी सूनी कर गए सुशांत सिंह राजपूत, रानी ने कहा- अब वो कलाई नहीं जिस पर राखी बांध सकूं
By अमित कुमार | Published: August 3, 2020 09:32 AM2020-08-03T09:32:22+5:302020-08-03T09:32:22+5:30
सुशांत सिंह राजपूत की बहनें अपने भाई के गुनहगारों को सजा दिलाने के लिए बड़ी लड़ाई लड़ रही हैं। इस राखी पर सुशांत को याद कर बहनों का दुख और गहरा होता जा रहा है।
हर साल की तरह इस वर्ष भी रक्षाबंधन का त्यौहार बड़े ही धूम-धाम से मनाया जा रहा है। भाई-बहन के इस त्योहार की रौनक इस बार कोरोना में काफी फीकी हो गई है। इसके बावजूद भी भाई अपने बहनों के पास राखी बंधाने के लिए हर जोखिम उठाने को तैयार है। बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत भी हर साल अपनी चारों बहनों से राखी बंधाया करते थे।
सुशांत की कलाई पर राखी बांधने वाली उनकी बहनों ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि इस साल उनके बीच उनका दुलारा भाई नहीं होगा। सुशांत सिंह राजपूत ने तीन बहनों रानी सिंह, श्वेता कृति सिंह और मीतू सिंह के साथ ही अपना पूरा बचपन बिताया था। सुशांत के आत्महत्या के बाद से ही उनकी बहने भी सदमे में हैं और वह लगातार अपने भाई के लिए न्याय की गुहार लगा रही हैं।
बहन रानी ने सुशांत को लेकर लिखा इमोशनल नोट
अपने दुख को जताते हुए सुशांत की बहन रानी ने इमोशनल नोट लिखा है। उन्होंने लिखा, 'पैंतीस साल के बाद ये पहला अवसर है जब पूजा की थाल सजी है। आरती का दीया भी जल रहा है। हल्दी-चंदन का टीका भी है। मिठाई भी है। राखी भी है। बस वो चेहरा नहीं है जिसकी आरती उतार सकूं। वो ललाट नहीं है जिसपर टीका सजा सकूं। वो कलाई नहीं जिस पर राखी बांध सकूं। वो मुंह नहीं जिसे मीठा कर सकूं। वो माथा नहीं जिसे चूम सकूं। वो भाई नहीं जिसे गले लगा सकूं।
फैंस को इमोशनल कर रहा रानी का ये नोट
वर्षों पहले जब तुम जब आए थे तो जीवन जगमग हो उठा था। जब थे तो उजाला ही उजाला था। अब जब तुम नहीं हो तो मुझे समझ नहीं आता कि क्या करूं? तुम्हारे बगैर मुझे जीना नहीं आता। कभी सोचा नहीं कि ऐसा भी होगा। ये दिन होगा पर तुम नहीं होगे। ढेर सारी चीजें हमने साथ-साथ सीखी। तुम्हारे बिना रहना मैं अकेले कैसे सीखूं। तुम्हीं कहो..... एक समाचार व्यूरो के मुताबिक रानी ने यह नोट अपने भाई के नाम लिखा है, जिसे पढ़कर फैंस भी इमोशनल हो रहे हैं।