सुशांत की मौत के दिन घर के बाहर लगे सभी CCTV कैमरा कर रहे थे काम, फिर भी बिहार पुलिस को अब तक नहीं मिले फुटेज
By अमित कुमार | Published: August 5, 2020 01:56 PM2020-08-05T13:56:48+5:302020-08-05T13:56:48+5:30
14 जून से लेकर अब तक करीब दो महीने में इस रहस्य से पर्दा नहीं उठ पाया है कि आखिर सुशांत ने आत्महत्या क्यों की थी। वहीं सीबीआई के हाथ में केस के आने के बाद कुछ और नए खुलासे होने की उम्मीद है।
सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच अब सीबीआई को सौंप दी गई है। केंद्र सरकार ने सुशांत सिंह राजपूत केस में बुधवार को सीबीआई जांच को लेकर सहमति जता दी है। इस बारे में जानकारी सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट को दी। सुप्रीम कोर्ट में रिया चक्रवर्ती की एक याचिका पर सुनवाई के दौरान तुषार मेहता ने अदालत को बताया कि केंद्र ने बिहार सरकार की सिफारिश मान ली है।
वहीं अब सुशांत सिंह राजपूत की मौत का सही कारण सामने आने की संभावना बढ़ गई है। कुछ दिन पहले खबरें आईं थी कि सुशांत की मौत के दिन उनके घर के बाहर लगे हुए सभी सीसीटीवी कैमरा भी बंद थे जिसके बाद मामला और संदिग्ध माना जा रहा था। लेकिन सीसीटीवी कंपनी के मालिक की मानें तो आत्महत्या वाले दिन घर के बाहर लगे सभी 13 सीसीटीवी कैमरा काम कर रहे थे और इसकी फुटेज भी मुंबई पुलिस के पास है।
बिहार पुलिस को फुटेज की रिकॉर्डिंग की तलाश
बिहार पुलिस जब से मुंबई इस केस को जांच करने आई है तब से ही मुंबई पुलिस द्वारा उनका सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया जा रहा है। अब खबर आ रही है कि मुंबई पुलिस के पास रिकॉर्डिंग होते हुए भी बिहार पुलिस को अब तक नहीं दिखाई गई है। इंटरव्यू के दौरान सीसीटीवी कंपनी के मालिक ने बताया कि 14 जून को एक्टर की मौत से पहले क्या हुआ वो सब रिकॉर्ड में है।
विनय तिवारी को बीएमसी की ओर से किया गया क्वारंटीन
आईपीएस विनय तिवारी को बीएमसी की ओर से क्वारंटीन सेंटर भेज जाने के बाद से ही मुंबई और बिहार पुलिस के बीच तनाव का माहौल बना हुआ है। इस घटना से पहले भी बिहार पुलिस मुंबई पुलिस पर सहयोग नहीं देने का आरोप लगाती रही हैं। बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि मुंबई के अधिकारियों ने अपने फोन बंद कर दिए हैं। हमारे चार अधिकारी मुंबई में छिप गए हैं। उनकी मंशा साफ नहीं है। बताया जा रहा है कि जब तक सीबीआई जांच के लिए मंजूरी नहीं मिलती तब बिहार से गई एसआईटी मुंबई में ही रहेगी।