बर्थडे स्पेशल: जब पहली बार शर्मिला ने पहनी थी बिकनी तो मच गया था तहलका, जानें जीवन से जुड़ी कुछ खास बातें
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: December 8, 2018 08:35 AM2018-12-08T08:35:04+5:302018-12-08T09:37:34+5:30
बॉलीवुड में अपनी अलग पहचान बनाने वाली शर्मिला का जन्म 8 दिसंबर 1944 को हैदराबाद में हुआ था। कहते हैं अपने जमाने में वो बॉलीवुड की ना सिर्फ बेस्ट अदाकारा थी बल्कि घुंघट के जमाने में बोल्ड सीन देने से नहीं कतराती थीं।
70 के दशक में अराधना, मौसम, चुपके-चुपके, सफर, अमर प्रेम जैसी एक से एक नायाब फिल्मों के जरिए अपने अभिनय की छाप छोड़ने वाली अभिनेत्री शर्मिला टैगोर का भला कौन दीवाना नहीं होगा। बॉलीवुड में अपनी अलग पहचान बनाने वाली शर्मिला का जन्म 8 दिसंबर 1944 को हैदराबाद में हुआ था। कहते हैं अपने जमाने में वो बॉलीवुड की ना सिर्फ बेस्ट अदाकारा थी बल्कि घुंघट के जमाने में बोल्ड सीन देने से नहीं कतराती थीं। आइए आज बर्थडे गर्ल शर्मिला के जन्मदिन पर जीवन से जुड़े कुछ खास किस्सों से आपको रुबरु करवाते हैं-
करियर की शुरुआत
15 साल की उम्र में शर्मिला ने सबसे पहले बंगाली फिल्मों में एक्टिंग में अपने करियर की शुरुआत की थी। करीब 5 साल तक बंगाली सिनेमा में ही अपने अभिनय का लोहा मजवाने के बाद उन्होंने बॉलीवुड की तरफ रुख किया। इसके बाद एक्टिंग में अपने करियर की शुरुआत शर्मिला ने सत्यजीत रे की फिल्म 'अपुर संसार' से की थी, जो की बंगाली में ही थी। इस फिल्म में उनके अभिनय की बहुत सराहना की गई थी। फिर एक नई शुरुआत उन्होंने 1964 में रिलीज हुई उनकी फिल्म कश्मीर की कली में उनकी ऐक्टिंग और उनकी डिंपल वाली हंसी को काफी पसंद किया गया था।
बिकनी से मचाया था तहलका
शर्मिला को फैंस साड़ी में ढकी हुई छवि के साथ ही अक्सर याद रखते हैं लेकिन ऐसा नहीं है क्योंकि वह इससे ऊपर भी थीं। 1967 में उन्होंने एक बोल्ड स्टेप लिया, जिसने तहलका मचा दिया था। एन इवनिंग इन पेरिस फिल्म में उन्होंने बिकनी में एक पूरा गाना शूट किया, जिसके बाद उनकी चर्चा हर खूब चर्चा हुई थी। 1968 में शर्मिला का एक और बिकनी शूट सामने आया जो उन्होंने ग्लोसी फिल्म फेयर मैगजीन के लिए कराया था। उनकी बिकनी पहनने उस वक्त खूब सुर्खियां बटोरी थीं क्योंकि उस दशक की वह पहली अभिनेत्री थी जिसने बिकनी का तड़का लगाया था।
शर्मिला की लव स्टोरी
शर्मिला की लव स्टोरी भी उनकी एक्टिंग की ही तरह से सबसे हटकर थी। कहते हैं क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी ने कभी शर्मिला की एक भी फिल्म नहीं देखी थी। लेकिन जब उन्होंने एक पार्टी में शर्मिला को देखा तो देखते रह गए थे। उन्होंने जब शर्मिला को प्रपोज किया था जो गिफ्ट में उनको फ्रिज दिया था। शर्मिला ने उनको शादी के लिए हां बोलने के लिए काफी समय लिया था। मंसूर शर्मिला के प्यार में इतने दीवाने थे कि प्यार का इजहार करने के लिए रोजाना उन्हें गुलाब और खत जरूर भेजा करते थे। 4 साल तक रिश्ता रखने के बाद शर्मिला ने नवाब साहब से शादी की थी।
सेंसर बोर्ड अध्यक्ष
फिल्म इंडस्ट्री के पूरे सफर में उन्हें अपने बेहतरीन अभिनय के लिए दो बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और दो बार फिल्मफेयर पुरस्कार से नवाजा गया। भारतीय सिनेमा में अहम योगदान देने के अलावा वह सेंसर बोर्ड की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं।