Kabir Singh Movie Review: प्यार, इमोशन और दमदार एक्टिंग से सजी है शाहिद कपूर की 'कबीर सिंह'
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: June 21, 2019 09:49 AM2019-06-21T09:49:25+5:302019-06-21T10:09:53+5:30
गुस्से प्रेमी के रूप में शाहिद और इश्क में डूबी कियारा पहली बार इस तरह के रोल से फैंस रुबरु हुए हैं। फिल्म साउथ की फिल्म अर्जुन रेड्डी की रीमेक है। आइए जानते हैं शाहिद कपूर की फिल्म कबीर सिंह कैसी है-
फिल्म- कबीर सिंह
कबीर सिंह मूवी स्टार कास्ट- शाहिद कपूर, कियारा आडवाणी, सुरेश ओबेरॉय, अर्जन बाजबा, निकिता दत्त, सोहम मजुमदार
कबीर सिंह मूवी डायरेक्टर- संदीप वांगा रेड्डी
स्टार-3/5
शाहिद कपूर और कियारा अडवाणी की फिल्म कबीर सिंह आज पर्दे पर रिलीज हो गई है। इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज के बाद से फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे थे जो अब खत्म हो गया है। गुस्से प्रेमी के रूप में शाहिद और इश्क में डूबी कियारा पहली बार इस तरह के रोल से फैंस रुबरु हुए हैं। फिल्म साउथ की फिल्म अर्जुन रेड्डी की रीमेक है। आइए जानते हैं शाहिद कपूर की फिल्म कबीर सिंह कैसी है-
फिल्म की कहानी
कबीर सिंह (शाहिद कपूर) दिल्ली के एक मेडिकल कॉलेज का स्टूडेट है। जिसको अपने गुस्से पर काबू करना नहीं आता है। कॉलेज में उसे अपनी जूनियर प्रीति (कियारा आडवाणी) से प्यार हो जाता है। प्रीति की कहानी में प्रीति के घरवाले विलेन बनकर आते हैं। क्योंकि वो कबीर को बिल्कुल पसंद नहीं करते हैं। हालांकि कबीर उनको मनाने की पूरी कोशिश करता है, लेकिन उसका गुस्सा बीच में आ जाता है।
इस तरह से कबीर और प्रीति की लव स्टोरी मे परेशानियां शुरू हो जाती हैं। और कबीर की नशे की लत भी उसके और प्रीति के अलग होने की वजह कही जा सकती है। क्योंकि जब प्रीति अपने घरवालों से लड़कर कबीर से मिलने आती है, तो कबीर नशे में बेहोश पड़ा रहता और इस कारण से प्रीति के घरवाले उसकी शादी दूसरी जगह कर देते हैं।
इसके बाद जब कबीर को होश आता है, वह पागल आशिक की तरह प्रीति के घर जाता है, जहां उसे नाकामी हासिल होती है। साथ ही कबीर के पिता (सुरेश ओबेरॉय) उसकी हरकतों से परेशान होकर उसे घर से बाहर निकाल देते हैं। प्रीति की जुदाई में कबीर नशे की लत और भी बढ़ जाती है। आगे क्या होता है इसके लिए फिल्म थिएटर में देखिए....
निर्देशन
इस फिल्म का निर्देशन 'अर्जुन रेड्डी' के डायरेक्टर संदीप रेड्डी वांगा ने ही किया है। फिल्म काफी अच्छी है। लेकिन पहले हाफ में डायरेक्शन में काफी खामियां नजर आती है। दूसरा हाफ इमोशन से भरा है जो प्यार और दर्द सब कुछ फैंस को सही समय पर देखने को मिलेगा।
एक्टिंग
एक्टिंग की बात करें तो शाहिद ने साबित कर दिया कि ये रोल उनसे बेहतर कोई नहीं कर सकता था। कियारा को रोल कम है थोड़ा लेकिन वह फिट बैठी हैं। फिल्म के कुछ सीन्स में निकिता दत्ता भी है, उन्होंने अपने किरदार के साथ न्याय किया है।
फिल्म के उतरा-चढ़ाव
फिल्म के पहले हाफ में काफी उतार-चढ़ाव है। बहुत सी जगहों पर एडिटिंग में खामियां नजर आती है। दूसरे हाफ की बात करें तो फिल्म काफी इमोशनल हो जाती है। कुछ सीन आपको रूला देंगे। हालांकि फिल्म कबीर सिंह अपने ओरिजनल रीमेक अर्जुन रे्डडी से बीच में थोड़ी कमजोर लगती है लेकिन शाहिद और कियारा की दमदार एक्टिंग ने उस कमी को आपको महसूस नहीं होने देगी।