Navras Katha Collage Review: जिंदगी के विभिन्न पहलुओं को दिखाने वाली फिल्म ‘नवरस कथा कोलाज’ सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। मूवी रिलीज होने से पहले ही 58 राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुकी है। नौ कहानियों को एक माला में पिरोती फिल्म समाज की कुरीतियों पर भी प्रहार करती है।
कहानी
फिल्म की हर कहानी 15—20 मिनट की है। कोयल (रेवती पिल्लई) की कहानी से शुरू हुई फिल्म में एक बेटी के जन्म से लेकर उसकी शादी के बाद की दिक्कतों को भी दिखाया गया है। उसे एक किन्नर पालता है। शादी के उसका पति उसे छोड़कर चला जाता है। रूहाना की कहानी बस में उसके साथ हुए अत्याचार को दिखाती है।
घरेलू हिंसा के शिकार लोगों के लिए काम करने वाली महिला की कहानी भी झकझोर देने वाली है। इसमें एक पंजाबी मां (अलका अमीन) की कहानी भी है, जो जासूसी के आरोप में पाकिस्तान की जेल में कैद अपने बेटे के लिए दर—दर भटक रही है। निर्माता एसकेएच पटेल और प्रवीण हिंगोनिया ने अभिषेक मिश्रा के साथ मिलकर इस अभिनव पहल की अगुआई की, जिसे पूरे भारत में व्यापक प्रशंसा मिली है।
समीक्षा
फिल्म का सबसे अच्छा पहलू इसके अभिनेता के नौ किरदार हैं। लेखक, निर्देशक और अभिनेता प्रवीण हिंगोनिया ने फिल्म में नौ किरदारों को जिया है, जो जीवन के विभिन्न पहलंओं को दर्शाते हैं। इसमें जीवन के नौ रसों को दिखाया गया है। फिल्म आजकल की फिल्मों से अलग है।
हर कहानी लगभग 15-20 मिनट की है, जिसमें एक ही मुख्य कलाकार अलग-अलग भावनाओं को बखूबी निभाता है। फिल्म में कुछ कहानियां गहराई तक छू जाती हैं, तो कुछ में और बेहतर तालमेल की गुंजाइश दिखाई देती है। प्रवीण हिंगोनिया का प्रयास काफी सराहना भरा है। कुछ कहानियों में काफी गहराई है, जबकि कुछ में सुधार की गुंजाइश दिखती है।
हालांकि, फिल्म के विभिन्न पहलुओं की वजह से यह अच्छी बन गई है। कुछ पात्र जैसे शीबा चड्ढा, जो एक टैलेंट प्रतियोगिता की बॉस के रूप में हैं, और राजेश शर्मा अपनी भूमिकाओं में सजीव प्रतीत होते हैं। संगीत, बैकग्राउंड स्कोर, और सिनेमैटोग्राफी फिल्म को और मजबूत बनाते हैं।
फिल्म: नवरस कथा कोलाज निर्माण: स्वरध्रुपद प्रोडक्शंसनिर्देशक एवं मुख्य अभिनेता: प्रवीण हिंगोनियासह निर्माता: अभिषेक मिश्रारेटिंग: 3.5/5