'मिस चटर्जी वर्सेज नार्वे' की कामयाबी से खुश रानी मुखर्जी ने कहा- चाहती हूँ भारतीय महिलाओं की आवाज दुनिया भर में सुनी जाए
By शिवेंद्र कुमार राय | Published: March 22, 2023 03:38 PM2023-03-22T15:38:30+5:302023-03-22T15:40:34+5:30
फिल्म 'मिस चटर्जी वर्सेज नार्वे' को लोगों द्वारा खूब पसंद किया जा रहा है। इस बारे में रानी ने कहा कि अगर आपका कंटेंट अच्छा है तो उसे अपने दर्शक जरूर मिलेंगे चाहे माध्यम कोई भी हो। भगवान की कृपा से मिसेज चटर्जी बनाम नॉर्वे को दर्शकों का प्यार मिला है।
मुंबई: अपनी हलिया रिलीज फिल्म 'मिस चटर्जी वर्सेज नार्वे' में एक मजबूत महिला और मां का किरदार निभाने वाली बॉलीवुड अभिनेत्रीरानी मुखर्जी का कहना है कि वह चाहती हैं कि भारतीय महिलाओं की आवाज पूरी दुनिया में सुनी जाए। रानी मुखर्जी ने लगभग तीन दशकों के करियर में कई शानदार फिल्में की हैं। उन्होंने 'ब्लैक', 'हिचकी', 'मर्दानी' और 'नो वन किल्ड जेसिका' जैसी फिल्मों में अपने प्रदर्शन के माध्यम से पर्दे पर कुछ सबसे पसंदीदा महिला किरदार निभाए हैं। शादी के बाद रानी मुखर्जी ने फिल्मों में काम करना पहले की तुलना में कम कर दिया लेकिन अब भी सिनेमा के क्षेत्र में रानी सक्रिय हैं।
फिल्म 'मिस चटर्जी वर्सेज नार्वे' में रानी एक ऐसी मां की भूमिका में हैं, जो अपने बच्चों के लिए नार्वे की सरकार से लड़ जाती है। यह फिल्म सागरिका चक्रवर्ती की किताब द जर्नी ऑफ ए मदर पर आधारित है। सागरिका चटर्जी ने नॉर्वे की सरकार के खिलाफ अपने बच्चों को वापस पाने की लड़ाई लड़ी थी। इस सच्ची कहानी पर बनी फिल्म में रानी के किरदार की खूब तारीफ की जा रही है।
फिल्म की सफलता के बारे में एएनआई से बात करते हुए रानी मुखर्जी ने कहा, "हमारी भारतीय महिलाओं की कहानियों को विश्व स्तर पर सुना जाना हमेशा बहुत अच्छा लगता है। मैंने हमेशा हमारी भारतीय महिलाओं की कहानियों को एक वैश्विक मंच पर ले जाने की पूरी कोशिश की है। मैं एक भारतीय महिला हूं और अपनी ताकत जानती हूं। इसलिए मैं हमेशा यह सुनिश्चित करती हूं कि हमारे काम के साथ हमारी कहानियां भी सुनी जाएं।"
फिल्म 'मिस चटर्जी वर्सेज नार्वे' को लोगों द्वारा खूब पसंद किया जा रहा है। इस बारे में रानी ने कहा कि अगर आपका कंटेंट अच्छा है तो उसे अपने दर्शक जरूर मिलेंगे चाहे माध्यम कोई भी हो। भगवान की कृपा से मिसेज चटर्जी बनाम नॉर्वे को दर्शक मिल गए हैं! लोगों द्वारा हमारी फिल्म पर प्यार बरसाते हुए देखकर मैं वास्तव में बहुत खुश हूं।
बता दें कि मई 2011 में अनुरूप और सागरिका ने अपने बच्चों अविग्यान (3 साल) और बेटी ऐश्वर्या (1 साल) की कस्टडी खो दी थी। नॉर्वे के अधिकारियों ने बच्चे को हाथ से दूध पिलाने पर आपत्ति जताते हुए इसे जबरदस्ती खिलाने के बराबर बताया था। बाद में सागरिका ने अपने बच्चों के लिए लड़ाई लड़ी थी। इसी सच्ची कहानी पर बनी फिल्म 17 मार्च को रिलीज हुई थी।