Marjaavaan Box Office Collection Day 3: सिद्धार्थ की मरजावां ने वीकेंड पर मचाया तहलका, की जबदस्त कमाई
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: November 18, 2019 11:51 AM2019-11-18T11:51:10+5:302019-11-18T12:07:26+5:30
Marjaavaan Box Office Collection Day 3: सिद्धार्थ मल्होत्रा और तारा सुतारिया की फिल्म मरजावां शुक्रवार को पर्दे पर रिलीज हुई थी। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अच्छी खासी कमाई कर रही है।
सिद्धार्थ मल्होत्रा, तारा सुतारिया और रितेश देशमुख स्टारर फिल्म मरजांवा पर्दे पर रिलीज हो गई है। फिल्म को मिले जुले रिव्यू मिले हैं। लव स्टोरी में बदले की कहानी को फैंस जमकर पसंद कर रहे हैं। फिल्म फैंस को काफी पसंद आ रही है। यही कारण है कि फिल्म पर्दे पर कमाई के मामले में कमाल कर रही है। तीन दिन में फिल्म ने अच्छी कमाई कर ली है।
बॉक्स ऑफिस इंडिया डॉट कॉम के मुताबिक फिल्म मरजांवा मे तीसरे दिन काफी अच्छी कमाई कर ली है। फिल्म को वीकेंड का पूरा फायदा मिला है। रविवार को फिल्म ने वीकेंड पर 9.30 से 10 करोड़ रूपये की कमाई की है।
इस हिसाब से सिद्धार्थ मल्होत्रा की फिल्म मरजांवा ने केवल तीन दिनों में 23.50 करोड़ रूपये की अच्छी खासी कमाई कर ली है।इस हिसाब से कयास लगाया जा रहा है कि फिल्म जल्द 50 करोड़ का आंकड़ा पार कर लेगी।
फिल्म की कहानी
फिल्म की कहानी शुरू होती है अन्ना (नासर) से। जिसको रघु (सिद्धार्थ मल्होत्रा) गटर के पास पड़ा मिलता है। इसके बाद अन्ना ही रघु का पालन पोषण करते है। अन्ना रघू को बेटे की तरह से रखते हैं। वहीं, अन्ना का सारे काले करनामों में रघु ढल जाता है और अन्ना का राइट हैंड भी बन जाता है। अन्ना रघु पर बहुत भरोसा करता है। यही कारण है कि उनका असली बेटा विष्णु (रितेश देशमुख) रघु से बहुत नफरत करता है। विष्णु बौना है, इस कारण से उसको लगता है कि असली वारिस उसके होने के बाद भी रघु को सम्मान दिया जाता है।
वहीं, दूसरी तरफ बस्ती में सभी रघु को जान से ज्यादा चाहते हैं। इसमें उसकी दोस्त आरजू(रकुल प्रीत) और तीन दोस्त भी शामिल हैं। रघु की जिंदगी तब बदलती है जब कश्मीर से आई गूंगी लड़ती जोया से मिलता है। जोया के साथ उसकी दोस्ती अच्छी हो जाती है और प्यार हो जाता है। लेकिन विष्णु रघु के सामने ऐसे हालात पैदा करता है कि खुद रघु को अपने प्यार को गोली मारनी पड़ी है। जोया के मरने के बाद रघु भी बेजान सा हो जाता है।इसके बाद विष्णु के बस्ती पर जुल्म बढ़ जाते हैं। ऐसे में देखना होगा कि क्या रघु जोया की मौत का बदला लेगा, क्या बस्तीवालों को विष्णु की अत्याचारों से बचाएगा इसके लिए फिल्म आपको थिएटर में देखनी होगी।