'लवयात्री' मूवी रिव्यू: 'प्यार' एक सिम कार्ड की तरह होता है जो सस्ता और महंगा मोबाइल नहीं देखता बस सबमें फिट हो जाता है
By विवेक कुमार | Published: October 5, 2018 01:20 PM2018-10-05T13:20:53+5:302018-10-05T15:05:24+5:30
LoveYatri Movie Review in hindi (लवयात्री' मूवी रिव्यू): 'लवयात्री' में आयुष शर्मा और वरीना हुसैन की एक्टिंग ठीक- ठाक है। पर्दे पर दोनों की केमेस्ट्री अच्छी लगती है।
फिल्म – लवयात्री
निर्देशक- अभिराज मीनावाला
स्टार कास्ट- आयुष शर्मा,वरीना हुसैन
मूवी टाइप- ड्रामा,रोमांस
रेटिंग-5/2
बॉलीवुड में ऐसी कई फ़िल्में बनी हैं जो लव स्टोरी बेस्ड हैं। बस हर बार कहानी को थोड़ा-मोड़ा चेंज कर दिया जाता है। हर बार हीरो अपनी हिरोइन को पाने के लिए कई मुश्किलों का सामना करता है। जिसके लिए वह सात समंदर पार करने में भी नहीं हिचकिचाता है और फिर सच्ची मोहब्बत को देखकर अमरीश पुरी जैसे बाप अपनी लड़की को कहते हैं 'जा सिमरन जी ले अपनी जिन्दगी'...
कहानी- फिल्म 'लवयात्री' की कहानी है वडोदरा के रहने वाले गरबा डांस टीचर सुश्रुत(आयुष शर्मा) की। जिसे लोग प्यार से 'सुसु' पुकारते हैं। सुसु अपनी जिन्दगी को खुलकर जीने वाला लड़का है। लेकिन उसके घरवालों को चिंता है कि वो अपनी लाइफ में क्या करेगा। सुसु का सिर्फ एक ही सपना है कि वो अपनी एक गरबा अकैडमी खोले। वहीं इंग्लैंड की मिशेल(वरीना हुसैन) अपनी मातृभूमि भारत लौटना चाहती है जिसके लिए उसके पिता रोनित रॉय तैयार हो जाते हैं। अपने परिवार के कहने पर मिशेल नवरात्रि मनाने के लिए वडोदरा रूक जाती है। इस दौरान मिशेल की मुलाकात सुसु से होती है। मिशेल को देखते ही सुसु उसे अपना दिल दे बैठता है। मिशले भी उसे पसंद करने लगती है। फिर वही जो हर लव स्टोरी में होता है। मिशेल के पिता दोनों के प्यार के दुश्मन बन जाते हैं और चाल खेल कर मिशेल को सुसु से अलग कर देते हैं। जिसके बाद कहानी लंदन पहुंचती। लेकिन क्या सुसु और मिशेल एक हो पाएंगे? क्या मिशेल के पापा सुसु को स्वीकार करेंगे? ऐसे कई सवालों के जवाब पाने के लिए लिए आपको पूरी फिल्म देखनी होगी।
डायरेक्शन- अभिराज मीनावाला की फिल्म 'लवयात्री' की कहानी सिम्पल और पुरानी है जिसे उन्होंने थोड़ा बदलकर लोगों के सामने पेश कर दिया है। फिल्म का फर्स्ट हाफ तो ठीक है लेकिन सेकंड हाफ आपको काफी बोर करता है। फिल्म की पूरी थीम गरबा को रखकर बनाई गई है जिसे काफी देर तक झेल पाना मुश्किल है।
एक्टिंग- आयुष शर्मा और वरीना हुसैन की एक्टिंग ठीक- ठाक है। पर्दे पर दोनों की केमेस्ट्री अच्छी लगती है। लेकिन दोनों को अपनी एक्टिंग में काफी मेहनत करनी होगी। वहीं सुसु के अंकल के रूप में राम कपूर ने और मिशेल के पिता के रोल में रोनित रॉय बिल्कुल फिट दिखते है। रोनित ने एक पिता के रोल को बखूबी निभाया है। जो अपनी बेटी के लिए काफी फिक्रमंद है और जिद्दी है।
म्यूजिक- फिल्म में कई गाने हैं जो कहानी को थोड़ा एंटरटेनिंग बनाते हैं। ढोलिदा, रंगतारी और आतिफ असलम की आवाज में 'तेरा हुआ' आपको काफी पसंद आएगा।
क्यों देंखे- अगर आप लव स्टोरी टाइप की फ़िल्में देखने के शौक़ीन हैं तो ये फिल्म आपको पसंद आएगी। खास बात ये है कि इसे परिवार के साथ भी देखा जा सकता है।