आपकी मंशा क्या थी अच्छा किया थिएटर में नहीं रिलीज की, गुलाबो सिताबो पर केआरके ने साधा निशाना तो डायरेक्टर ने कहा 'थैंक्यू'
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: June 12, 2020 12:34 PM2020-06-12T12:34:11+5:302020-06-12T12:34:11+5:30
गुलाबो सिताबो की रिलीज का फैंस काफी समय से इंतजार कर रहे थे। इस फिल्म को रिलीज के बाद अब मिले जुले रिव्यू मिल रहे हैं-
अमिताभ बच्चन और आयुष्मान खुराना की फिल्म गुलाबो सिताबो आज अमेजन प्राइम पर रिलीज हो गई है। इस फिल्म को डिजिटल रिलीज किया गया है। इस फिल्म को सुजीत सरकार ने डायरेक्टर किया है। फिल्म को फैंस से मिले जुले रिव्यू भी मिल रहे हैं। ऐसे में कमाल आर खान ने फिल्म को लेकर ट्वीट किया है। कमाल को फिल्म पसंद नहीं आई है।
कमाल सोशल मीडिया पर हर एक सामाजिक और राजनीतिक मुद्दे पर अपनी राय खुलकर रखते रहते हैं। कई बार कमाल ट्रोलर के हाथ भी चढ़ जाते हैं।कमाल आर खान बॉलीवुड प्रोड्यूसर और एक्टर हैं। कमाल सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। केआरके हर एक सामाजिक और राजनीतिक मुद्दे पर खुलकर अपनी राय व्यक्त करते रहते हैं। अब कमाल ने गुलाबो सिताबो फिल्म पर प्रतिक्रिया पेश की है।
केआरके ने अपने ट्वीट में लिखा- ‘मैं डायरेक्टर साहब से पूछना चाहता हूं कि सर जी क्या करना चाह रहे थे आप? असल में मंशा क्या थी आपकी? देखने वालों की रूह निकालना चाहते थे क्या आप? वैसे शुक्रिया कि आपने फिल्म थिएटर पर रिलीज नहीं की।’
After watching #GulaboSitabo I just want to ask director Sahab @ShoojitSircar Ki Sir Ji Kaya Karna Chah Rahe Thai Aap! Exactly Mansha Kaya Thi? Dekhne Walon Ki Rooh Nikalna Chahte Thai Kaya sir! Anyway thank you so much for not releasing it in the theatres.
— KRK (@kamaalrkhan) June 11, 2020
केआरके का ये ट्वीट देख कर गुलाबो सिताबो फिल्म डायरेक्टर ने भी उन्हें करारा जवाब दिया। शूजित सरकार ने लिखा- ‘सर आप मेरी हर फिल्म को इतना प्यार देते हैं कि मैं पढ़ कर गदगद हो जाता हूं। शुक्रिया फिल्म देखने के लिए। खैर अलगी फिल्म में फिर मिलेंगे यहीं पर।’
क्या है फिल्म की कहानी
फ़िल्म की कहानी 78 साल के लालची, झगड़ालू, कंजूस और चिड़चिड़े स्वभाव के मिर्जा के आस पास घूमती नजर आती है। मिर्जा की जान उस हवेली में बसती है। लेकिन दिलचस्प बात ये है कि ये हवेली मिर्जा की बीवी फातिमा की पुश्तैनी जायदाद है। इसीलिए इसका नाम फातिमा महल है। मिर्जा लालची ही नहीं बहुत कमी निकालने वाला भी है। पैसों के लिए हवेली की पुरानी चीज़ों को चोरी से बेचता रहता है। उसे खुद से 17 साल बड़ी फातिमा के मरने का इंतजार है ताकि हवेली उसे मिल सके।
इस पुरानी हवेली में कई किराएदार रहते हैं, जिनमें से एक बांके रस्तोगी है। बांके (आयुष्मान खुराना) हवेली में रहता है, वह अपनी मां और तीन बहनों के साथ रहता है। वह केवल छठी तक पढ़ा है और आटा चक्की की दुकान चलाता है। बांके एक लड़की से प्यार करता है, शादी के लिए दबाव बना रही है। मिर्ज़ा, बांके को बिल्कुल पसंद नहीं करता। उसे परेशान करने के नए-नए तरीके ढूंढता है और हवेली से बेदखल करना चाहता है। दोनों में आए दिन बहस भी होती रहती है अब देखना होगा कि मिर्चा बांके को निकाल पाता है कि नहीं-