कंगना रनौत की फिल्म थलाइवी, रिलीज होते ही विवादों में घिरी, डी जयकुमार ने की आपत्तिजनक सीन्स को हटाने की मांग
By वैशाली कुमारी | Published: September 11, 2021 11:17 AM2021-09-11T11:17:39+5:302021-09-11T11:20:00+5:30
बीते दिन अन्नाद्रमुक के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री डी जयकुमार ने यह फिल्म देखी। इसके बाद उन्होंने कहा, 'फिल्म में एमजीआर और जयललिता के बारे में प्रदर्शित किए गए कुछ सीन्स बिल्कुल भी सच नहीं हैं।
बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत की बहु चर्चित फिल्म 'थलाइवी' बीते शुक्रवार को थिएटर्स में रिलीज हो गई है। फिल्म के रिलीज होने के साथ ही विवादों में भी आ गई है। फिल्म को लेकर तमिलनाडु में विपक्षी अन्नाद्रमुक ने पूर्व मुख्यमंत्री "जे.जयललिता" की बायोपिक 'थलाइवी' में पार्टी के दिवंगत नेताओं, "एम. जी.रामचंद्रन" और जयललिता के बारे में कुछ सीन्स पर आपत्ति जताई है। उन्होंने इन सीन्स को फिल्म से जल्द से जल्द हटाने की मांग की है।
कुछ सीन्स को छोड़ कर, फिल्म अच्छी बनी है: डी जयकुमार
बीते दिन अन्नाद्रमुक के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री डी जयकुमार ने यह फिल्म देखी। इसके बाद उन्होंने कहा, 'फिल्म में एमजीआर और जयललिता के बारे में प्रदर्शित किए गए कुछ सीन्स बिल्कुल भी सच नहीं हैं। लेकिन इन सीन्स को छोड़कर यह फिल्म अच्छी बनी है, जिसके लिए काफी मेहनत की गई है। मुझे उम्मीद है कि इसे पार्टी समर्थकों और आम आदमी की अच्छी प्रतिक्रिया मिलेगी."
फिल्म में कौन से सीन्स से है आपत्ति:
डी जय कुमार ने आगे कहा, "एक सीन में रामचंद्रन को पहली द्रमुक सरकार में मंत्री पद मांगते हुए दिखाया गया है और इससे दिवंगत एम करूणानिधि मना करते दिखाए गए हैं।" उन्होंने कहा कि फिल्म में कई तथ्य गलत दिखाए गए हैं. उन्होंने कहा, "फिल्म में दिखाया गया है कि रामचंद्रन ने अन्नादुरई की मौत के बाद मंत्री पद की मांग की थी, जब करूणानिधि ने शासन की बागडोर संभाली थी. हालांकि, यह सच नहीं है."
एमजीआर ने नही माँगा कभी कोई पद:
उन्होंने कहा कि एमजीआर ने कभी इस तरह का पद मांगा ही नही है। उन्होंने कहा कि एमजीआर उस समय द्रमुक में थे, जिसने अपने संस्थापक दिवंगत सी. एन. अन्नादुरई के नेतृत्व में 1967 के चुनाव में कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर दिया था।"