इरफान खान को याद कर बेटे बाबिल ने लिखा नोट- मेरे पिता ने बॉलीवुड में अभिनय के स्तर को उठाने में समर्पित किया जीवन

By मनाली रस्तोगी | Published: July 8, 2020 10:07 PM2020-07-08T22:07:21+5:302020-07-08T22:07:21+5:30

इरफान खान के बेटे बाबिल खान ने अपने पिता और सुशांत सिंह राजपूत को याद करते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया है।

Irrfan Khan's son wrote a powerful note- My father lost to 6-pack abs actors | इरफान खान को याद कर बेटे बाबिल ने लिखा नोट- मेरे पिता ने बॉलीवुड में अभिनय के स्तर को उठाने में समर्पित किया जीवन

बॉलीवुड को सम्मान नहीं मिलता है: बाबिल खान (फोटो सोर्स- इंस्टाग्राम)

Highlightsबाबिल ने कहा कि उनके फिल्म स्कूल में उन्हें पता चला कि बॉलीवुड को सम्मान नहीं मिलता है बाबिल ने कहा कि उन्हें आज हवाओं में बदलाव की एक खूश्बू महसूस हो रही है जैसे नई पीढ़ी अर्थ की तलाश कर रही हो

बॉलीवुड एक्टर इरफान खान (Irrfan Khan) अब इस दुनिया में नहीं हैं। एक दुर्लभ प्रकार के कैंसर से लंबी लड़ाई के बाद इरफान ने 54 साल की उम्र में 29 अप्रैल को आखिरी सांस ली। मगर उनके फैंस उन्हें आज भी याद करते हैं। इस बीच दिवंगत अभिनेता के बेटे बाबिल खान को भी अपने पिता की काफी याद आ रही है। ऐसे में बाबिल ने इरफान को लेकर एक बार फिर सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर किया है। 

सुशांत की मौत राजनीतिक बहस पसंद नहीं

बता दें, अपने इस पोस्ट के जरिए बाबिल का कहना है कि उन्हें सुशांत सिंह राजपूत की मौत को लेकर हो रही राजनीतिक बहस पसंद नहीं है लेकिन अब सिनेमा जगत में उस बदलाव की उम्मीद दिख रही है जिसके लिए उनके पिता जीवन भर लड़ते रहे। बाबिल ने कहा कि उनके पिता हिन्दी फिल्म जगत की प्रकृति को बदलने की लगातार कोशिश करते रहे लेकिन हर बार वे बॉक्स ऑफिस पर सिक्स पैक एब्स वाले अभिनेताओं के रटे हुए संवादों वाली फिल्मों से हार जाते थे। 

अपने पिता के संघर्षों को याद करते हुए बाबिल ने इंस्टाग्राम पर एक लंबा नोट लिखा, 'मेरे पिता ने अपना पूरा जीवन बॉलीवुड में अभिनय की कला का स्तर ऊंचा करने में लगा लिया लेकिन हर बार वे बॉक्स ऑफिस पर सिक्स पैक एब्स वाले अभिनेताओं के रटे हुए संवादों और भौतिक विज्ञान और वास्तविकता को नकारती फिल्मों से हार जाते थे।' 

रुढ़िवादी पितृसत्ता बॉलीवुड की प्रकृति बन चुका है

(फोटो सोर्स- इंस्टाग्राम)
(फोटो सोर्स- इंस्टाग्राम)

उन्होंने लिखा, 'फोटोशॉप किए हुए आइटम सांग, सीधे लिंगभेद और रुढ़िवादी पितृसत्ता का प्रस्तुतीकरण ही बॉलीवुड की प्रकृति बन चुका है (आपको यह समझने की जरूरत है कि बॉक्स ऑफिस पर हारने का मतलब है कि बॉलीवुड में निवेश का बड़ा हिस्सा जीतने वाले के पास जाएगा... और इस तरह हम एक बहुत ही बुरे चक्र में फंस जाते हैं।)' सिनेमा के छात्र बाबिल ने कहा कि मुख्यधारा की फिल्में इस लिए सफल होती हैं क्योंकि दर्शकों को केवल मनोरंजन करने वाली फिल्में ही चाहिए।

उन्होंने कहा, “हमने हमेशा से मनोरंजन पर ही ध्यान दिया और अपनी सुरक्षा की सोचकर हम वास्तविकता के नाजुक भ्रम को तोड़ने से इतना डरते हैं कि अपने नजरिये में बदलाव नहीं ला पाते।” लंदन में फिल्म स्कूल जाने से पहले के दिनों को याद करते हुए, बाबिल ने कहा कि उनके पिता ने उन्हें चेतावनी दी थी कि उन्हें वहां खुद को साबित करना होगा क्योंकि विश्व सिनेमा में बॉलीवुड को शायद ही सम्मान मिलता है। उन्होंने कहा कि इरफान ने उन्हें भारतीय सिनेमा के बारे में दूसरों को बताने के लिए कहा था क्योंकि यह काम मौजूदा बॉलीवुड की की क्षमता से परे है। 

बॉलीवुड को सम्मान नहीं मिलता है

बाबिल ने कहा कि उनके फिल्म स्कूल में उन्हें पता चला कि बॉलीवुड को सम्मान नहीं मिलता है और लोग 1960 और 1990 के भारतीय सिनेमा से अनभिज्ञ हैं। उन्होंने लिखा, 'विश्व सिनेमा के वर्ग में भारतीय सिनेमा के बारे में 'बॉलीवुड एंड बियॉन्ड' नाम का सिर्फ एक वक्तव्य था। वो भी शोर-शराबे वाली क्लास में निकल गया। यहां तक कि सत्यजीत रे और के।आसिफ के वास्तविक भारतीय सिनेमा के बारे में ढंग की चर्चा करना भी वहां कठिन था। आप जानते हैं ऐसा क्यों है? क्योंकि हम, भारतीय दर्शकों के रूप में विकसित होना ही नहीं चाहते।' 

बाबिल ने कहा कि उन्हें आज हवाओं में बदलाव की एक खूश्बू महसूस हो रही है जैसे नई पीढ़ी अर्थ की तलाश कर रही हो। सुशांत की मौत के बाद हो रही बहसों के संदर्भ में उन्होंने कहा कि वे आशा करते हैं कि इससे कुछ सकारात्मक बदलाव होंगे। उन्होंने लिखा, 'हमें मजबूती से खड़े रहना होगा, इस बार अर्थ ढूंढने की यह प्यास पूरी हुए बिना दबनी नहीं चाहिए...हालांकि मैं सुशांत की मौत को लेकर हो रही राजनीति का पक्षधर नहीं हूं लेकिन इससे अगर को सकारात्मक बदलाव होता है तो हम उसका स्वागत करेंगे।'

डिप्रेशन के शिकार थे सुशांत

(फोटो सोर्स- इंस्टाग्राम)
(फोटो सोर्स- इंस्टाग्राम)

मालूम हो, सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) पिछले छह महीनों से डिप्रेशन का शिकार थे और इसके लिए दवाइयां भी ले रहे थे। हालांकि, बाद में उन्होंने दवाएं लेनी बंद कर दी थीं। सुशांत के निधन से उनके फैंस के साथ पूरा बॉलीवुड स्तब्ध है। 34 वर्षीय सुशांत ने 14 जून को बांद्रा स्थित अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।

(भाषा इनपुट के साथ)

Web Title: Irrfan Khan's son wrote a powerful note- My father lost to 6-pack abs actors

बॉलीवुड चुस्की से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे