कैंसर से जूझ रहे इरफान खान ने लॉकडाउन में दिहाड़ी मजदूरों के लिए रखा था उपवास, निधन से 20 दिन पहले की थी इस बदलाव की बात
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: April 29, 2020 03:57 PM2020-04-29T15:57:35+5:302020-04-29T16:03:04+5:30
2018 में इरफान खान को न्यूरोइंडोक्राइन ट्यूमर का पता चला था। लंदन में उनका इलाज चल रहा था। इसके बाद उनकी तबीयत में सुधार होने के बाद वह भारत वापस आ गए थे।
इरफान खान के रूप में बॉलीवुड ने बुधवार को एक दमदार कलाकार को खो दिया। इरफान खान ने आज मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में अंतिम सांसें लीं। उनके निधन से पूरा देश शोक में डूब गया है। वहीं उनसे जुड़े कई किस्से भी फैंस को याद आ रहे हैं। इसी बीच इरफान का एक वीडियो ट्विटर पर सबसे ज्यादा शेयर किया जा रहा है। इस वीडियो को ट्विटर पर लाखों लोग शेयर कर चुके हैं। इरफान ने हाल ही में एक ट्वीट किया है जिसने जमकर सुर्खियां बटोरी थीं।
हाल ही में इस मुश्किल घड़ी में इरफान मजदूरों के लिए अपने ही अंदाज में आगे थे। दिहाड़ी मजदूरों के लिए इरफान 10 अप्रैल को व्रत रखने की बात कही थी।
इरफान ने किया था ट्वीट
इरफान ने व्रत रखने की जानकारी खुद सोशल मीडिया पर दी थी। इरफान ने ट्वीट किया था कि 10 अप्रैल को सुबह 6 बजे से शाम के 6 बजे तक मजदूरों के लिए व्रत रखेंगे वह इस दौरान कुछ भी खाएंगे पिएंगे नहीं।ये व्रत उन दिहाड़ी मजदूरों के लिए होगा, जो इस लॉकडाउन से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
इरफान ने हाल ही में ट्वीट करके अहम जानकारी दी थी। इरफान ने लिखा था कि हमने माइग्रेंट मजदूरों के साथ जो किया, उसके पश्चाताप के लिए हम शुक्रवार को व्रत रखेंगे। मुझे लगता है कि हमें जड़ से बदलाव लाने की जरुरत है। ऐसे में मैं इसे सपोर्ट करता हूं। इतना ही नहीं इसके साथ एक्टर ने गौतम बुद्ध की भी फोटो शेयर की थी।
बता दें 2018 में इरफान खान को न्यूरोइंडोक्राइन ट्यूमर का पता चला था। लंदन में उनका इलाज चल रहा था। इसके बाद उनकी तबीयत में सुधार होने के बाद वह भारत वापस आ गए थे।
लॉकडाउन की वजह से नहीं कर पाए मां के आखिरी दर्शन इरफान खान
इरफान खान की मां सईदा बेगम का शनिवार को जयपुर में 95 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। टोंक के नवाब खानदान से संबंध रखने वालीं सईदा बेगम कुछ समय से बीमार चल रही थीं और उन्होंने अपने जयपुर के घर में आखिरी सांस ली। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जयपुर में चुंगी नाका के पास स्थित कब्रिस्तान में उन्हें सुपुर्द ए खाक किया गया, लेकिन इरफान खान लॉकडाउन की वजह से अपनी मां के आखिरी दर्शन नहीं कर पाए और अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुए।