गांधी जयंती विशेषः महात्मा गांधी पर बनी ये 5 फिल्में भारत के हर नागरिक को देखनी चाहिए
By जनार्दन पाण्डेय | Published: October 2, 2018 08:08 AM2018-10-02T08:08:51+5:302018-10-02T13:25:05+5:30
Mahatma Gandhi 150th Birth Anniversary: फिल्म गांधी को महात्मा गांधी के ऊपर पहला गंभीर और अतंर्राष्ट्रीय प्रयास माना जाता है। यह फिल्म कुल आठ ऑस्कर अवार्ड जीतने में सफल रही। इसमें बेस्ट पिक्चर, बेस्ट डायरेक्टर, बेस्ट एक्टर सभी ऑस्कर के खिताब अपनी झोली में डाले।
नई दिल्ली, 2 अक्टूबरः राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मंगलवार को 150वीं जयंती मनाई जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद इस दिन को पूरे देश में स्वच्छता का संदेश देने लिए चुना है। लेकिन स्वच्छता के अलावा अगर मोहनदास करमचंद गांधी की जिंदगी की दूसरी बातों को रुचिकर अंदाज में जानना चाहते हैं तो आपको कुछ फिल्मों का रुख करना चाहिए।
यूं तो बड़े-बड़े शोधकर्ताओं, विद्वानों ने गांधी के ऊपर कितनी ही किताबें लिखी हैं। जिनमें उनकी जिंदगी की गहराई झलकती है। खुद गांधी जी ने 'सत्य और उनके प्रयोग' नाम की किताब लिखी है, जिनमें उन्होंने अपनी जिंदगी के असल अनुभवों को लिखा है। आप गांधी जी को जानने के लिए उनका रुख कर सकते हैं।
1. गांधी (1982): महात्मा गांधी के जीवन शैली और आंदोलनों से सबसे ज्यादा प्रभावित अंग्रेज हुए थे। उन्हें विश्वास नहीं हो रहा था कि उनकी सत्ता को एक अहिंसा के पुजारी ने उखाड़ फेंका। इसलिए उनके ऊपर सबसे बेहतरीन फिल्म मशहूर ब्रिटिश फिल्मकार रिचर्ड एटनबरो ने बनाई है। पर्दे पर जब कभी महात्मा गांधी उकेरने की बात आती है, फिल्म गांधी में महात्मा गांधी का किरदार निभाने वाले भारतीय मूल के ब्रिटिश अभिनेता बेन किंग्सले जरूर याद आते हैं।
इस फिल्म को महात्मा गांधी के ऊपर पहला गंभीर और अतंर्राष्ट्रीय प्रयास माना जाता है। यह फिल्म कुल आठ ऑस्कर अवार्ड जीतने में सफल रही। इसमें बेस्ट पिक्चर, बेस्ट डायरेक्टर, बेस्ट एक्टर सभी ऑस्कर के खिताब अपनी झोली में डाले।
2. गांधी माय फादर (2007): थिएटर की दुनिया की जानमानी हस्ती फिरोज अब्बास खान ने साल 2007 में गांधी और उनके बेटे हरीलाल गांधी के बीच के संबंधों को पहली बार पर्दे पर उतारा। यह हरीलाल गांधी के बायोग्राफी आधारित थी। यह फिल्म जबर्दस्त डायरेक्शन और उम्दा अभिनय के लिए जानी जाती है। इसमें दर्शन जरीवाला और अक्षय खन्ना ने शानदार अभिनय किया। यह फिल्म तीन नेशनल अवार्ड जीतने में सफल रही।
3. हे राम (2000): कमल हासन और शाहरुख खान अभिनीत इस फिल्म का शीर्षक ही गांधी के द्वारा बोले जाने वाले सबसे मशहूर दो शब्द, हे राम पर आधारित है। इसे पहली कर्मशियल फिल्म के तौर पर देखा जाता है। इसमें नसीरुद्दीन शाह ने महात्मा गांधी का किरदार निभाया। इसमें महात्मा गांधी के विचारों को बेहद करीब से पर्दे पर उतारा गया।
4. लगे रहो मुन्ना भाई (2006): निर्देशक राजकुमार हिरानी ने संजय दत्त और अरशद वारसी के मुख्य किरदारों से गांधीगिरी को एक नया आयाम दिया। इस फिल्म में एक गैंगस्टर को गांधी के प्रभाव में आकर उसकी जिंदगी बदलते दिखाया गया है। इसमें सबसे खास बात ये है कि राजकुमार हिरानी ने गांधी के विचारों को नये जमाने में नये तरीके से पर्दे पर उतारा था।
5. द मेकिंग ऑफ महात्मा (1996): मशहूर फिल्मकार श्याम बेनेगल ने महात्मा गांधी के दक्षिण अफ्रीका में बैरिस्टर की प्रैक्टिस करने के दौरान की बातों को पर्दे पर उकेरा। महात्मा गांधी ने दक्षिण अफ्रीका में भारतीय मूल के लोगों और वहां की महिलाओं के लिए लड़ाई लड़ी थी।
वहां पर किए गए कामों का ही नजीता बताया जाता है कि महात्मा गांधी का सरोकारों से जुड़ते चले गए। इस फिल्म में ब्योमकेश बख्शी का किरदार निभाकर मशहूर हो चुके अभिनेता रंजीत कपूर ने ब्रिटिश शासन को दिखाया। इस फिल्म को नेशनल अवार्ड मिला था।